tag:blogger.com,1999:blog-303919957706694657.post1191176543969564623..comments2024-03-02T14:16:26.676+05:30Comments on Albelakhatri.com: हास्य कवि अलबेला खत्री की प्रभाष जोशी को काव्यांजलि - ठीक समझे आप... हम पत्रकार हैं !Anonymoushttp://www.blogger.com/profile/09116344520105703759noreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-303919957706694657.post-36468392632164081022009-11-07T01:09:17.702+05:302009-11-07T01:09:17.702+05:30एक रौ में लिखी गयी शानदार...जानदार....धारदार रचना....एक रौ में लिखी गयी शानदार...जानदार....धारदार रचना... <br />इसी लौ को जलाए रखें...राजीव तनेजाhttps://www.blogger.com/profile/00683488495609747573noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-303919957706694657.post-51509283761731300872009-11-06T15:22:29.858+05:302009-11-06T15:22:29.858+05:30ptrakaar ke sseene me dahkati aag se rubru karwaya...ptrakaar ke sseene me dahkati aag se rubru karwayaa!!! patrkaaritaa kaa aainaa dikhaayaa hai!!! prabhash joshi ji bhaawpurit shradhanjali!!!Murari Pareekhttps://www.blogger.com/profile/16625386303622227470noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-303919957706694657.post-9902875178224896562009-11-06T12:57:54.827+05:302009-11-06T12:57:54.827+05:30हम सभी इस दुख की घड़ी मे शरीक हैं ।हम सभी इस दुख की घड़ी मे शरीक हैं ।शरद कोकासhttps://www.blogger.com/profile/09435360513561915427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-303919957706694657.post-65607895111283063672009-11-06T12:33:42.749+05:302009-11-06T12:33:42.749+05:30प्रभाष जोशी जी को
अपने श्रद्धा-सुमन समर्पित करता ...प्रभाष जोशी जी को <br />अपने श्रद्धा-सुमन समर्पित करता हूँ!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-303919957706694657.post-61270850077704778892009-11-06T12:27:36.108+05:302009-11-06T12:27:36.108+05:30एक ईमानदार रचना के लिए आपको शुभकामनायें !एक ईमानदार रचना के लिए आपको शुभकामनायें !Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-303919957706694657.post-12444914441360824462009-11-06T12:26:48.833+05:302009-11-06T12:26:48.833+05:30अत्यन्त सुंदर रचना! आपने पत्रकारों के दर्द को बखूब...अत्यन्त सुंदर रचना! आपने पत्रकारों के दर्द को बखूबी प्रस्तुत किया है! रचना का हर एक शब्द सच्चाई का प्रतीक है!Urmihttps://www.blogger.com/profile/11444733179920713322noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-303919957706694657.post-80439611407169591912009-11-06T12:26:08.654+05:302009-11-06T12:26:08.654+05:30अत्यन्त सुंदर रचना! आपने पत्रकारों के दर्द को bअखू...अत्यन्त सुंदर रचना! आपने पत्रकारों के दर्द को bअखूबी प्रस्तुत किया है! रचना का हर एक शब्द सच्चाई का प्रतीक है!Urmihttps://www.blogger.com/profile/11444733179920713322noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-303919957706694657.post-5666919046958184162009-11-06T11:59:02.468+05:302009-11-06T11:59:02.468+05:30पत्रकारो की व्यथा को खुब उकेरा है ।पत्रकारो की व्यथा को खुब उकेरा है ।IMAGE PHOTOGRAPHYhttps://www.blogger.com/profile/07648170539684419518noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-303919957706694657.post-59795177228618028512009-11-06T10:56:42.185+05:302009-11-06T10:56:42.185+05:30पत्रकारिता के एक सच्चे प्रहरी को मेरा सलाम!
साथ ...पत्रकारिता के एक सच्चे प्रहरी को मेरा सलाम! <br /><br />साथ ही आपकी यह कविता विचारोत्तेजक हैं. बहुत धन्यवाद आपका.Sulabh Jaiswal "सुलभ"https://www.blogger.com/profile/11845899435736520995noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-303919957706694657.post-17906971286720946962009-11-06T10:42:20.440+05:302009-11-06T10:42:20.440+05:30अलबेला जी,
इस कविता में आप के अंदर की आग सही तरह ...अलबेला जी, <br />इस कविता में आप के अंदर की आग सही तरह से दिखी है...इसी आग से मशाल जलाइए...देखिए उसकी रौशनी <br />में खुद-ब-खुद कारवां बनता जाएगा... इस दुनिया में वजूद का एहसास कराना है तो वो सिर्फ इसी से पता चलता है कि समाज की कुछ बुराइयों को बदलने के लिए आप सागर में बूंद की भी भूमिका निभा सकते हैं या नहीं...आज <br />ज़रूरत छाती से छाती मिलाने वाले लेखन की नहीं छाती पर गोली खाने वाले लेखन की है...ठीक वैसे ही जैसे अंग्रेज़ों से हमें आज़ाद कराने के लिए वतन के मतवालों ने खाई थी....बॉर्डर पर रणबांकुरे जिस जज़्बे के साथ मातृभूमि की सेवा करते हैं...देश को अब टोटल आज़ादी की ज़रूरत है...इसके लिए वालटिंयर्स को छाती पर गोली भी खानी पड़े तो कोई गम नहीं होगा...आपकी इसी तरह की रचनाओं की मुझे शिद्दत के साथ इंतज़ार रहेगा...<br /><br />जय हिंद...Khushdeep Sehgalhttps://www.blogger.com/profile/14584664575155747243noreply@blogger.com