tag:blogger.com,1999:blog-303919957706694657.post4966094796765563718..comments2024-03-02T14:16:26.676+05:30Comments on Albelakhatri.com: समलैंगिंगता समाज के लिए अभिशाप नहीं बल्कि वरदान है Anonymoushttp://www.blogger.com/profile/09116344520105703759noreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-303919957706694657.post-13274307211153255582009-07-09T13:45:34.375+05:302009-07-09T13:45:34.375+05:30SAMLAINGIKTA GEET (hamaari najar men GEY GEET) aap...SAMLAINGIKTA GEET (hamaari najar men GEY GEET) aapne to padha hi hai. SAB CHALTA HAI.राजा कुमारेन्द्र सिंह सेंगरhttps://www.blogger.com/profile/16515288486352839137noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-303919957706694657.post-37579731446803268702009-07-09T13:00:40.914+05:302009-07-09T13:00:40.914+05:30अल्बेला जी, एक "समलैंगिक मुक्ति मोर्चा" ...अल्बेला जी, एक "समलैंगिक मुक्ति मोर्चा" खोल लीजिए.झण्डा उठाए हम सब भी चल पडेगे आप के पीछे जिन्दाबाद-मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए:)Pt. D.K. Sharma "Vatsa"https://www.blogger.com/profile/05459197901771493896noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-303919957706694657.post-27943424793677050852009-07-09T12:34:38.759+05:302009-07-09T12:34:38.759+05:30waah some langing ke phaayde !!waah some langing ke phaayde !!Murari Pareekhttps://www.blogger.com/profile/16625386303622227470noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-303919957706694657.post-51538843560131392412009-07-09T12:34:21.342+05:302009-07-09T12:34:21.342+05:30मुझे अब लग रहा है की मैंने " स्वाइन - फ्लू ...मुझे अब लग रहा है की मैंने <a href="http://anyonasti-chittha.blogspot.com/" rel="nofollow"> " स्वाइन - फ्लू और समलैंगिकता [पुरूष] के बहाने से " </a> आलेख व्यर्थ लिखा , काश पहले मैं आप की शरण में आ जाता ,मेरा समय व श्रम दोनों बच जाते | पर 'अदा 'जी तो कुछ और बता रहीं थीं ,मैं तो यह सोच के आया था की जब यह प्यार अंजाम को पहुंचे तो बारातियों में मेरा भी नाम हो'' अन्योनास्ति " { ANYONAASTI } / :: कबीरा ::https://www.blogger.com/profile/02846750696928632422noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-303919957706694657.post-91694498672621974842009-07-09T09:27:05.144+05:302009-07-09T09:27:05.144+05:30bahut sahee dadabahut sahee dadaबाल भवन जबलपुर https://www.blogger.com/profile/04796771677227862796noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-303919957706694657.post-75756409017188071132009-07-08T23:43:37.031+05:302009-07-08T23:43:37.031+05:30जय हो आप की! अगली कड़ी पढ़ने का इंतजार है।जय हो आप की! अगली कड़ी पढ़ने का इंतजार है।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-303919957706694657.post-31341150715479456402009-07-08T22:07:43.246+05:302009-07-08T22:07:43.246+05:30अलबेला जी,
बालक बालक से, बालिका बालिका से विवाह ...अलबेला जी,<br /><br />बालक बालक से, बालिका बालिका से विवाह करें इतने में बात ख़तम नहीं न होगी, अभी आप आगे देखते जाइये, घर में कुकुर बिलाई भी अब दामाद, पतोहू बन कर आने वाले हैं बस स्वागत की तैयारी कर दें हमलोग...स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-303919957706694657.post-48361157588765766932009-07-08T15:49:44.566+05:302009-07-08T15:49:44.566+05:30ऐसे सम्बन्ध सदा से बनते आए है. बस उन्हे अब कानूनन ...ऐसे सम्बन्ध सदा से बनते आए है. बस उन्हे अब कानूनन अपराध नहीं माना जाएगा. बात केवल इतनी ही है.संजय बेंगाणीhttps://www.blogger.com/profile/07302297507492945366noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-303919957706694657.post-16839671143620595302009-07-08T15:46:58.265+05:302009-07-08T15:46:58.265+05:30हा हा हा...
खत्री जी , क्या सूझ है।
बेकार में परिव...हा हा हा...<br />खत्री जी , क्या सूझ है।<br />बेकार में परिवार नियोजन पे इंदिरा जी ने इतने खर्चे कर दिए।<br />यह योजना तो पहले लागू होनी चाहिए थी।<br />और सबसे विशेष तो आपका यह तर्क की 'जो जैसा भाग्य लेकर आया है ...'<br />हा हा हा<br />लिखते रहिये .. समाज की कई समस्याओं का समाधान आपके चिट्ठों के माध्यम से हो जाएगा ;)Jyotihttps://www.blogger.com/profile/17149461172846234124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-303919957706694657.post-42476565392163722172009-07-08T15:25:55.319+05:302009-07-08T15:25:55.319+05:30असली काम की बात तो आपने भी छोड़ दी जनाव , जब सारे...असली काम की बात तो आपने भी छोड़ दी जनाव , जब सारे ही समलैंगिक होंगे तो देश में सौहार्द ही सौहार्द ! किसकी राम जन्म भूमि और किसकी बाबरी मस्जिद, भाड़ में गए सब के सब ! संसद में क्या पक्ष और क्या प्रतिपक्ष, सब एक मत ! बीजेपी का गे चुनाव में खडा होगा तो कोंग्रेस और बाम्पंथ के गे अपने आप मैदान से हट जायेंगे ! कोई मतदान ही नहीं होगा तो खर्चा बचेगा, देश का आर्थिक विकास होगा ! आर्थिक विकास होगा तो देश उन्नति करेगा, देश उन्नति करेगा तो जल्दी विकसित हो जाएगा, विकसित देश के गे विदेशो में भी फैलगे और एक दिन पूरे विश्व में गे ही गे............... बस, फिर क्या चाहिए? और इस दुनिया में सिर्फ एक ही देश होगा " united state of gey & lesbian ( समलैंगिक सयुंक्तराज्य) " .........................!!!पी.सी.गोदियाल "परचेत"https://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-303919957706694657.post-89191351623064607092009-07-08T15:10:59.902+05:302009-07-08T15:10:59.902+05:30कौआ अगर कूड़े में मुंह मारता है ,गिद्ध अगर मुर्दों...कौआ अगर कूड़े में मुंह मारता है ,गिद्ध अगर मुर्दों का मांस नोंचते हैं <br /><br />या कोई सूअर गन्दगी में ऐश करता है तो क्या हमें तकलीफ होती है ?<br />एक हद तक यह भी सही है पर समाज मे असमाजिक होकर तो नही रहा जा सकता ना. पर क्या किजियेगा? हर बात के अपने २ इफ़ेक्ट हैं.<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.com