tag:blogger.com,1999:blog-303919957706694657.post5234490202772118802..comments2024-03-02T14:16:26.676+05:30Comments on Albelakhatri.com: जो खानदानी रईस हैं वो मिज़ाज़ रखते हैं नरम अपना - तुम्हारा लहजा बता रहा है, तुम्हारी दौलत नई नई हैAnonymoushttp://www.blogger.com/profile/09116344520105703759noreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-303919957706694657.post-61381985946219764912011-04-13T13:16:00.503+05:302011-04-13T13:16:00.503+05:30बाजार को क्या चाहिये अगर वह पता हो तो भली भांति बि...बाजार को क्या चाहिये अगर वह पता हो तो भली भांति बिकता है, और जब बिकना चालू हो जाता है तो ब्रांड बन जाता है, फ़िर कुछ भी परोसो कोई फ़र्क नहीं पड़ता, ये तो उपभोक्ता पर निर्भर करता है।विवेक रस्तोगीhttps://www.blogger.com/profile/01077993505906607655noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-303919957706694657.post-13848149174192879022011-04-12T19:48:04.527+05:302011-04-12T19:48:04.527+05:30संस्कारों का सन्देश देने वाली संस्कारधानी जबलपुर म...<b>संस्कारों का सन्देश देने वाली संस्कारधानी जबलपुर में विगत ७ मार्च को एक कमउम्र और ओछी अक्ल के बड़बोले लड़के ने असाहित्यिक उत्पात से जबलपुर के प्रबुद्ध वर्ग और नारी शक्ति को पीड़ित कर स्वयं को शर्मसार करते हुए माँ सरस्वती की प्रदत्त प्रतिभा का भी दुरूपयोग किया है. टीनएज़र्स की तालियाँ बटोरने के चक्कर में वरिष्ठ नेताओं, साहित्यकारों, शिक्षकों एवं कलाप्रेमियों की खिल्लियाँ उड़ाना कविकर्म कदापि कहीं हो सकता... निश्चित रूप से ये किसी के माँ- बाप तो नहीं सिखाते फिर किसके दिए संस्कारों का विकृत स्वरूप कहा जाएगा. <br />कई रसूखदारों को एक पल और बैठना गवारा नहीं हुआ और वे उठकर बिना कुछ कहे सिर्फ इस लिए चले गए कि मेहमान की गलतियों को भी एक बार माफ़ करना संस्कारधानी के संस्कार हैं. महिलायें द्विअर्थी बातों से सिर छुपाती रहीं. आयोजकों को इसका अंदाजा हो या न हो लेकिन श्रोताओं का एक बहुत बड़ा वर्ग भविष्य में करारा जवाब जरूर देगा. स्वयं जिनसे शिक्षित हुए उन ही शिक्षकों को मनहूसियत का सिला देना हर आम आदमी बदतमीजी के अलावा कुछ और नहीं कहेगा . इस से तो अच्छा ये होता कि आमंत्रण पत्र पर केप्सन होता कि केवल बेवकूफों और तालियाँ बजाने वाले "विशेष वर्ग" हेतु. <br />विश्वास को खोकर भला कोई सफल हुआ है? अपने ही श्रोताओं का मजाक उड़ाने वाले को कोई कब तक झेलेगा, काश कभी वो स्थिति न आये कि कोई मंच पर ही आकर नीतिगत फैसला कर दे. <br /><br /></b>विजय तिवारी " किसलय "https://www.blogger.com/profile/14892334297524350346noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-303919957706694657.post-55563759288239672362011-04-12T19:03:18.900+05:302011-04-12T19:03:18.900+05:30Aakhir hua kya hai?? maine to ye sari reports padh...Aakhir hua kya hai?? maine to ye sari reports padhi us din ke program ki.. unme to kuchh aisa nahi likha..<br /><br /><br />http://119.82.71.77/rajexpress/Details.aspx?id=45995&boxid=135248187<br /><br />http://peoplessamachar.co.in/index.php?/book/816-date/5-jabalpur.html (Plz Go to Page 17)<br /><br />http://epaper.patrika.com/2884/Jabalpur-Patrika/08-04-2011#p=page:n=20:z=1<br /><br />http://119.82.71.95/haribhumi/Details.aspx?id=31143&boxid=28744130<br /><br />http://www.naidunia.com/epapermain.aspx?queryed=9&eddate=4%2f8%2f2011Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-303919957706694657.post-837297581613350212011-04-12T15:32:37.403+05:302011-04-12T15:32:37.403+05:30आपने यहां यह सब जो खुलासा किया है..ऐसा करने वाले भ...आपने यहां यह सब जो खुलासा किया है..ऐसा करने वाले भी तो भ्रष्टाचारी ही है!हम आपके साथ मिल कर ऐसे भ्रष्टाचारियों का विरोध करते है!..<br /><br />..राम-नवमी की हार्दिक शुभ-कामनाएं!Aruna Kapoorhttps://www.blogger.com/profile/02372110186827074269noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-303919957706694657.post-48634340687275797302011-04-12T14:25:19.449+05:302011-04-12T14:25:19.449+05:30बहुत अच्छी लगी पोस्ट |बधाई |
आशाबहुत अच्छी लगी पोस्ट |बधाई |<br />आशाAsha Lata Saxenahttps://www.blogger.com/profile/16407569651427462917noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-303919957706694657.post-91860101716450291142011-04-12T13:27:01.633+05:302011-04-12T13:27:01.633+05:30अभिव्यक्ति जायज आक्रोश की ।अभिव्यक्ति जायज आक्रोश की ।Sushil Bakliwalhttps://www.blogger.com/profile/08655314038738415438noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-303919957706694657.post-87478826721349955602011-04-12T10:10:41.382+05:302011-04-12T10:10:41.382+05:30जो खानदानी बेफकूफ होते है वो चुप रहते हैं नरम रहत...जो खानदानी बेफकूफ होते है वो चुप रहते हैं नरम रहते है <br /><br />तुम्हारा लिखना बता रहा है, तुम्हारी बेफ्कूफी नई नई है<br /><br />ज़रा सा कुदरत ने क्या नवाज़ा, के आके बैठे हो पहली सफ़ में<br /><br />अभी अभी क्यों लिखने लगे हवा में, अभी तो शौहरत नई नई हैAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/06437973606985094985noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-303919957706694657.post-1067132937500078012011-04-12T05:09:56.526+05:302011-04-12T05:09:56.526+05:30आप जबलपुर के कार्यक्रम में भी थे और आप दोनों अरसों...आप जबलपुर के कार्यक्रम में भी थे और आप दोनों अरसों से मंचों से एक साथ काम करते आये हैं, आप बेहतर जानते होंगे... यूँ भी किसी के द्वारा किसी का भी अपमान और उपहास हो तो ऐसे में गुस्सा स्वभाविक है. <br /><br />आज कुमार की लोकप्रियता का चरम एवं युवावर्ग से उनका जुड़ाव एक गौरव का विषय है किन्तु उसके बाद भी हर बात कहने की अपनी मर्यादायें और सीमा रेखाएँ होती हैं, उसका ध्यान उन्हें देना चाहिये.<br /><br />कविता का स्तर, चुटुकुले बाजी या अन्य बातचीत पर मैं कुछ नहीं कहना चाहता क्यूँकि इन्हीं सबने कुमार को यह लोकप्रियता दी है कि आज भारत के सबसे मंहगे कवि होने का उन्हें गर्व हासिल हैं और हर जगह उन्हें बुलाया जा रहा है. आज वह एक यूथ आईकान हैं. <br /><br />जो जनता आज कलाकार को इतना नाम और शोहरत देती है -वही जनता उस कलाकार के व्यवहार के चलते उसे अपनी नजरों से उतार भी सकती है, यह ध्यान हर कलाकार को रहना चाहिये.<br /><br />एकबार पुनः, न केवल बुजुर्गों का अपितु हर व्यक्ति के सम्मान का ख्याल रखा जाना चाहिये. संस्कृति का ख्याल रखा जाना चाहिये. उपहास या अपमान कभी भी बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिये. अनेकों अन्य तरीके हैं हँसने हँसाने के.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-303919957706694657.post-78083487466687470482011-04-11T22:57:57.351+05:302011-04-11T22:57:57.351+05:30आपकी पोस्ट का शीर्षक सच्चाई बयान करता है ।
उम्दा ...आपकी पोस्ट का शीर्षक सच्चाई बयान करता है ।<br />उम्दा शेर ।<br />ब्लॉग की ख़बरें फ़ॉलो करने के लिए शुक्रिया !DR. ANWER JAMALhttps://www.blogger.com/profile/06580908383235507512noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-303919957706694657.post-82260332017081818352011-04-11T22:10:54.368+05:302011-04-11T22:10:54.368+05:30अलबेला जी आज तो बहुत गुस्से मे दिख रहे हे, मैने तो...अलबेला जी आज तो बहुत गुस्से मे दिख रहे हे, मैने तो हमेशा आप को हंसते, मुस्कुराते देखा हे , लेकिन आप की एक एक बात से सहमत हे जीराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-303919957706694657.post-65769900625152210992011-04-11T21:14:31.031+05:302011-04-11T21:14:31.031+05:30बहुत बढ़िया!
शेर क्या आपने तो पूरी ग़ज़ल ही लगा दी...बहुत बढ़िया!<br />शेर क्या आपने तो पूरी ग़ज़ल ही लगा दी है!<br />--<br />पोस्ट भी बहुत बढ़िया लगाई है आपने!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.com