tag:blogger.com,1999:blog-303919957706694657.post5545983171872254236..comments2024-03-02T14:16:26.676+05:30Comments on Albelakhatri.com: ज़रा सामने तो आओ छलिये ....Anonymous !Anonymoushttp://www.blogger.com/profile/09116344520105703759noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-303919957706694657.post-75533517514303945572009-08-03T20:26:17.721+05:302009-08-03T20:26:17.721+05:30काहे परेशान होते हैं मित्र, अनाम कुल-गोत्र का होने...काहे परेशान होते हैं मित्र, अनाम कुल-गोत्र का होने की वजह से परेशान है बेचारा. जिस दिन कुल-गोत्र का पता पा जायेगा स्वयं ही अपना नाम बता देगा. तब तक जनाना टेंट हाउस की ठेकेदारी सम्हालने दो गरीब को.निशाचरhttps://www.blogger.com/profile/17104308070205816400noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-303919957706694657.post-3384921297658060952009-08-03T11:01:25.064+05:302009-08-03T11:01:25.064+05:30अलबेला जी,सिर्फ पंजिकृत ब्लोगरो को ही टिप्पणी करने...अलबेला जी,सिर्फ पंजिकृत ब्लोगरो को ही टिप्पणी करने की अनुमति दें।इन बेनामी से मुक्ति मिल जाएगी।या टिप्पनीयां पहले जाँच ले फिर प्रकाशित करें।परमजीत सिहँ बालीhttps://www.blogger.com/profile/01811121663402170102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-303919957706694657.post-66815633367458533422009-08-03T01:37:06.514+05:302009-08-03T01:37:06.514+05:30kya khoob kahi hai janabkya khoob kahi hai janabचन्दन कुमारhttps://www.blogger.com/profile/10262314277358804438noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-303919957706694657.post-31582950899275523662009-08-03T00:40:08.839+05:302009-08-03T00:40:08.839+05:30मित्र,
आप अपने रस्ते पे उसी बेफिक्री से चलते रहीं...मित्र,<br /><br />आप अपने रस्ते पे उसी बेफिक्री से चलते रहीं जैसे कोई मस्त हाथी किसी के बोलने या....<br />की परवाह किए बिना अपनी मस्त चाल से चलता रहता है <br />किसी(बेनामी-शेनामी)की भी परवाह करना व्यर्थ है<br /><br />अगर वो इतने ही सच्चे और अच्छे हैँ तो उन्हें अपना नाम उजागर करने में कोई दिक्कत या परेशानी नहीं होनी चाहिएराजीव तनेजाhttps://www.blogger.com/profile/00683488495609747573noreply@blogger.com