Albelakhatri.com

Hindi Hasya kavi Albela Khatri's blog

ताज़ा टिप्पणियां

Albela Khatri

एक-एक कवि है कबीर मेरे देश में...........

गंगा जैसी पावन है

आत्मा तो सूरज सा

रौशन हर एक का शरीर मेरे देश में


भीनी-भीनी ख़ुश्बू

बिखेरती है चारों ओर,

माटी भी है चन्दन-अबीर मेरे देश में


बिना मोल बंटता है

प्रेम-प्यार-अनुराग,

किन्तु अनमोल है ज़मीर मेरे देश में


एक-एक कवयित्री

है मीरा के समान यहां

एक-एक कवि है कबीर मेरे देश में

6 comments:

पी.सी.गोदियाल "परचेत" September 23, 2009 at 10:32 AM  

एकदम सही कहा सर, कवी और कवियत्री तो बहत है मगर श्रोता किराए पर लाने पड़ते है !

शिवम् मिश्रा September 23, 2009 at 11:14 AM  

छा गए गुरु .... बहुत बढ़िया !

नीरज गोस्वामी September 23, 2009 at 12:02 PM  

बहुत सुन्दर रचना...वाह
नीरज

Murari Pareek September 23, 2009 at 12:41 PM  

har rang me aap ghazab dhaate ho !!

Sudhir (सुधीर) September 26, 2009 at 8:14 AM  

उत्तम अभिव्यक्ति...देश गान का एक और काव्य...साधू!!

Nirbhay Jain October 7, 2009 at 3:47 PM  

ekdum sahi baat kahi apne
apka blog bhi bahut sundar hai
badhai

Post a Comment

My Blog List

myfreecopyright.com registered & protected
CG Blog
www.hamarivani.com
Blog Widget by LinkWithin

Emil Subscription

Enter your email address:

Delivered by FeedBurner

Followers

विजेट आपके ब्लॉग पर

Blog Archive