tag:blogger.com,1999:blog-303919957706694657.post5534727786960016652..comments2024-03-02T14:16:26.676+05:30Comments on Albelakhatri.com: हम भारतीय हैं, हमें हक़ है घुट घुट कर मरने का......Anonymoushttp://www.blogger.com/profile/09116344520105703759noreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-303919957706694657.post-47619628362422829132009-10-23T14:35:11.369+05:302009-10-23T14:35:11.369+05:30बहुत धारदार है भइया।
आपकी हिम्मत को दाद देता हूँ!!...बहुत धारदार है भइया।<br />आपकी हिम्मत को दाद देता हूँ!!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-303919957706694657.post-88959424230009706422009-10-21T00:42:46.905+05:302009-10-21T00:42:46.905+05:30भैया हमने तो पटाखा जलाने वालो का विरोध शुरू कर दिय...भैया हमने तो पटाखा जलाने वालो का विरोध शुरू कर दिया है ।शरद कोकासhttps://www.blogger.com/profile/09435360513561915427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-303919957706694657.post-24307467521280645432009-10-18T09:50:52.445+05:302009-10-18T09:50:52.445+05:30बहुत ही सुंदर --इस खुलेपन की जितनी भी तारीफ़ करें ...बहुत ही सुंदर --इस खुलेपन की जितनी भी तारीफ़ करें कम है, दोस्त।<br /><br />dher sari subh kamnaye<br />happy diwali<br /><br />from sanjay bhaskar<br />haryana<br />http://sanjaybhaskar.blogspot.comसंजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-303919957706694657.post-70263250174099768532009-10-18T09:50:25.762+05:302009-10-18T09:50:25.762+05:30बहुत ही सुंदर --इस खुलेपन की जितनी भी तारीफ़ करें ...बहुत ही सुंदर --इस खुलेपन की जितनी भी तारीफ़ करें कम है, दोस्त।<br /><br />dher sari subh kamnaye<br />happy diwali<br /><br />from sanjay bhaskar<br />haryana<br />http://sanjaybhaskar.blogspot.comसंजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-303919957706694657.post-45409054960096562322009-10-17T09:44:11.118+05:302009-10-17T09:44:11.118+05:30"लक्ष्मी छाप बम को
जला देंगे
गणेश जी के भी
पर...<b>"लक्ष्मी छाप बम को<br />जला देंगे<br />गणेश जी के भी<br />परखच्चे हवा में<br />उड़ा देंगे"</b><br /><br />माना कि लक्ष्मी देवी है और देवता गणेश है!<br />किन्तु सत्य यही है कि रुपया उनसे विशेष है!!<br /><br /><b>दीपोत्सव का यह पावन पर्व आपके जीवन को धन-धान्य-सुख-समृद्धि से परिपूर्ण करे!!!</b>Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09998235662017055457noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-303919957706694657.post-21968046326043221832009-10-17T07:33:08.365+05:302009-10-17T07:33:08.365+05:30सार्थक रचना. चिंता जायज है.
दिवाली की मंगलकामनासार्थक रचना. चिंता जायज है.<br />दिवाली की मंगलकामनाM VERMAhttps://www.blogger.com/profile/10122855925525653850noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-303919957706694657.post-41175004005563203522009-10-17T05:10:50.179+05:302009-10-17T05:10:50.179+05:30बिलकुल सच कहा आपने...हम खुद ही अपनी धरती का नाश कर...बिलकुल सच कहा आपने...हम खुद ही अपनी धरती का नाश करने पे तुले हैँ लेकिन चिंता की कोई बात नहीं है क्योंकि चाँद पर पानी की खोज जारी है लेकिन उससे पहले प्रदूषण रूपी खर-दूषन ने हमारे ही सर पे लहराती लटॉं को गायब कर चाँद यहीं पे उगा देना है...यहीं पे उगा देना हैराजीव तनेजाhttps://www.blogger.com/profile/00683488495609747573noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-303919957706694657.post-68472908299331041802009-10-17T02:22:09.026+05:302009-10-17T02:22:09.026+05:30बहुत सटीक रचना पर कोई मर्म समझे तब ना !
आपको और आप...बहुत सटीक रचना पर कोई मर्म समझे तब ना !<br />आपको और आपके परिवार को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं !शिवम् मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/07241309587790633372noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-303919957706694657.post-5614853650060309442009-10-17T01:57:00.899+05:302009-10-17T01:57:00.899+05:30अलबेलाखत्री जी ! निडर होकर जब लेखनी उठा ही लिया है...अलबेलाखत्री जी ! निडर होकर जब लेखनी उठा ही लिया हैं तो समाज में परिवर्तण करके ही दम लेंगे ,यदि सडी गली व्यवस्था और सोच में परिवर्तण लाना हैं तो बेपरवाह हो कर समाज को उसी की भाशा में झकझोरना ही पडेगा ................ आपने बहुत ही अच्छी तुमबंदी की हैं ..... मेरी भाशा और आपके कहने की तरिका में अन्तर हैं जो सचमूच मन की गहराई तक पहंूच जाती हैं ............ समाज सुधरेगा और उसके बाप को सुधारना पडेगा ................।एस.के.रायhttps://www.blogger.com/profile/13130055447332682963noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-303919957706694657.post-37884577099839279142009-10-17T01:15:29.308+05:302009-10-17T01:15:29.308+05:30समझेंगे धीरे धीरे ये अलग बात है तब तक कुछ और नुकसा...समझेंगे धीरे धीरे ये अलग बात है तब तक कुछ और नुकसान हो चुका होगा..पर्यावरण के साथ तो खेल खेल ही रहे है सब..<br />सार्थक पोस्ट एक संदेश देती हुई..दीवाली मंगलमय हो!!!विनोद कुमार पांडेयhttps://www.blogger.com/profile/17755015886999311114noreply@blogger.com