सचिन नहीं था न तो सही..........आज दिन था अपना
कल मैंने जो देखा, आज पूरा होगया वो सुन्दर सपना
सहवाग नहीं था लेकिन आग का बवन्डर था
जोश गज़ब का गौतम गम्भीर के अन्दर था
टीम इण्डिया ने आज ऐसा धो दिया
कि न्यू ज़ीलैंड फूट फूट कर रो दिया
घड़ी ख़ुशी की हम भारतीयों के घर आई
श्रृंखला पर आज विजय पाई
बधाई ! बधाई !! बधाई !!!
जय हिन्द
hindi hasyakavi sammelan in mangalore by MRPL
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शानदार, शानदार, शानदार …………………
शानदार और जानदार रहा मंगलूर रिफ़ाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड द्वारा
राजभाषा विभाग के तत्वाधान में डॉ बी आर पाल द्वारा आ...
10 years ago
3 comments:
अच्छी विषय प्रधान कविता, बधाई। ऐसी कविताओं में कोई गहरी फ़िलासफ़ी बघारने की जगह ही नहीं होती।
आप हरफन मौला हौ भाई!
अलबेला जो ठहरे!
bahut-bahut badhai albelaji!
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