चश्म पर परतें भरम की चढ़ रही हैं देखिये
देखिये, दर्पण से चिड़िया लड़ रही है देखिये
आपने अपने लोहू से जो लिखा पैगम्बरों !
आपकी औलाद उलटा पढ़ रही है देखिये
आपने अमृत दिया था ये तो हमको याद है
पर हमारी लाश नीली पड़ रही है देखिये
आज कौमी एकता के दिवस हैं मनने लगे
बात ये भी याद रखनी पड़ रही है देखिये
hindi hasyakavi sammelan in mangalore by MRPL
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शानदार, शानदार, शानदार …………………
शानदार और जानदार रहा मंगलूर रिफ़ाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड द्वारा
राजभाषा विभाग के तत्वाधान में डॉ बी आर पाल द्वारा आ...
10 years ago
15 comments:
बहुत सुन्दर और सारगर्भित
आपने अपने लोहू से जो लिखा पैगम्बरों !
आपकी औलाद उलटा पढ़ रही है देखिये
वैसे भी आज आपकी पोस्टें धड़ाधड़ आ रही हैं कई दिन कसर जो निकलेगी,सारे दिनों की हाजरी आज ही लगेगी।
बहुत ही बढिया लाईने हैं अलबेला जी 36 गढी मे कहुंगा
"मोही डारे रे तैं मोला" इसका अर्थ अनील भैया या पावला जी से पुछना। स्वागत है।
बहुत सुन्दर, अच्छा विषय, अच्छा संदेश । सार्थक अभिव्यक्ति । बधाई स्वीकारें।
बहुत सुन्दर !
बहुत बढिया!!!
सुन्दर और सारगर्भित अभिव्यक्ती
बहुत ही उम्दा।
बहुत बढिया!!!
आज कौमी एकता के दिवस हैं मनने लगे
बात ये भी याद रखनी पड़ रही है देखिये
BAHUT KHOOB!!
is ek rachna me aapne wo sab kah diya jo is mudde ke virodh me likhi gayee saikdon post na kah paayeen. khoobsoorti ka doosra naam hai aapka lekhan.
aapko pata bhi hai blogjagat me aapka ek aur chhota bhai paida ho gaya, Kabhi aasheesh dene aaiye swarnimpal.blogspot.com par ummeed hai ye chhota aapko nirash nahin karega.
अलबेला खत्री जी, बधाई स्वीकार करें।
बहुत सशक्त रचना पेश की है आपने!
कम शब्दों में लिखी गई सारगर्भित रचना
सुंदर संदेश .. सार्थक अभिव्यक्ति !!
albela ji
namaskar
deri se aane ke liye maafi
aapki ye nazm bahut acchi lagi ,. specially aakhri pankhtiyan .. waah ji waah .. hyderabad kab aa rahe sir ji
Regards
Vijay
www.poemsofvijay.blogspot.com
अति सुन्दर भाई . बधाई!!
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