रंग लाल का बेटा नंग लाल पिछले तीन सालों से लगातार फेल हो रहा था ।
उसे जोश दिलाने के लिए रंग लाल ने सुबह सुबह चेतावनी दी - कान खोल
कर सुनले नंग लाल ! अगर इस बार भी तू फेल हो गया तो मुझे अपना
पापा मत कहना
शाम को जब नंग लाल परीक्षा परिणाम ले कर लौटा तो बाप ने कड़कती
आवाज़ में पूछा - कैसा रहा रिजल्ट ?
नंग लाल बोला -
रहने दे रंग लाल ! क्या पड़ा है इन बातों में ...
hindi hasyakavi sammelan in mangalore by MRPL
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शानदार, शानदार, शानदार …………………
शानदार और जानदार रहा मंगलूर रिफ़ाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड द्वारा
राजभाषा विभाग के तत्वाधान में डॉ बी आर पाल द्वारा आ...
10 years ago
11 comments:
wahwa.....apni kahani apni jubani......jai ho
हा हा हा.... वाह जी वाह.... ज़बरदस्त!!!!
Good
ha...ha......ha....mazedar
बाप अद्धा, बेटा सवाया.
हा हा हा। बहुत दुष्ट हो आप अलबेला भैया। एकदम से हँसा दिया। मैं पानी पी रहा था, उसी समय पढ़ा। ठस्का लग गया ना, हाँ नहीं तो।
हा-हा-हा ... औलाद समझदार थी रंगलाल की !
सही कहा।
इन बातों में क्या रखा है?
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पुत्र प्राप्ति के उपय।
क्या आप मॉं बनने वाली हैं ?
ha ha ha bahut khoob
वाह अलबेला जी ,
यह भी खूब रही !
ये सोच कर बहुत डर रहा हूँ
jai baba banaras---
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