प्यारे मित्रो,
अभी अभी फेस बुक पर यह दुखद समाचार अरविन्द मिश्र जी की
पोस्ट से मिला कि वरिष्ठ ब्लोगर डॉ. अमर कुमार नहीं रहे...........
सहसा मुझे यकीं नहीं हुआ...
कृपया कोई पता लगा कर सही कन्फर्म करे......कहीं ऐसा तो नहीं
अरविन्द मिश्र जी के नाम से किसी और ने मजाक किया हो..........
भगवान करे मजाक ही किया हो किसी ने......
यह सच न हो...झूठ हो....डॉ. अमर कुमार जी जीवित ही हों
16 comments:
भगवान करे मजाक ही किया हो किसी ने......
आपकी इस उत्कृष्ट प्रविष्टी की चर्चा आज के चर्चा मंच पर भी की गई है!
यदि किसी रचनाधर्मी की पोस्ट या उसके लिंक की चर्चा कहीं पर की जा रही होती है, तो उस पत्रिका के व्यवस्थापक का यह कर्तव्य होता है कि वो उसको इस बारे में सूचित कर दे। आपको यह सूचना केवल इसी उद्देश्य से दी जा रही है! अधिक से अधिक लोग आपके ब्लॉग पर पहुँचेंगे तो चर्चा मंच का भी प्रयास सफल होगा।
प्रभू से पार्थना है कि वे डॉ.अमर कुमार की आत्मा को शान्ति और सदगति प्रदान करें।
दिवंगत आत्मा को विनम्र श्रंद्धांजली!
divangat aatma ko vinamra shraddhanjali
अत्यंत दुखद समाचार है. ब्लॉग जगत को एक बहुत बड़ा नुक्सान हुआ है... खुदा उनके परिजनों और मित्रों को इस मुश्किल घडी से निपटने की ताकत दे.
विनम्र श्रद्धांजलि,
मौत एक सच है जिसे झुठलाया नहीं जा सकता और न ही बदला जा सकता है।
डा. अमर कुमार जी इस जहान ए फ़ानी से कूच कर गए, वाक़ई एक अच्छा साथी हमसे बिछुड़ गया। वे एक अच्छे ज्ञानी थे और चीज़ों को बारीकी से समझते थे।
उनकी एक टिप्पणी तो उनके ज्ञान का बहुत ही उम्दा नमूना है। उनकी टिप्पणी को ही हमने ‘कमेंट्स गार्डन‘ की पहली पोस्ट बनाया है।
आप भी देखिए उनके पांडित्य का एक उम्दा नमूना
वसुधा एक है और सारी धरती के लोग एक ही परिवार है Holy family
इस अज़ीम शख्सीयत को सामने देखकर आज खुदा भी हैरान होगा कि इसके आराम के लिए जन्नत से भी ऊंचा स्थान कहां से लाऊं...पिछले साल पांच नवंबर को दीवाली वाले दिन पापा को खोया और अब डॉक्टर साहब को...कैंसर जैसी नामुराद बीमारी से भी लड़ते हुए एक सेकंड के लिए अपनी ज़िंदादिली नहीं खोने वाले इस शख्स का साथ पाकर खुदा भी अब अपनी किस्मत पर इतराएगा....राजेश खन्ना की फिल्म आनंद की आखिरी पंक्ति याद आ रही है...
आनंद मरा नहीं, आनंद कभी मरते नहीं...
इसे अब बदल देना चाहिए...
अमर मरे नहीं, अमर कभी मरते नहीं...
जय हिंद...
बेहद दुखद ... हमारी हार्दिक श्रद्धांजलि !! भगवान् डा0 अमर कुमार के परिवार को इस दारुण दुःख को सहने की शक्ति प्रदान करें ... ॐ शांति शांति शांति ...
मैं डॉ. अमर कुमार को श्रद्धांजलि समर्पित
भगवान करे यह सच न हो...झूठ हो..
डॉ.अमर कुमार जी को विनम्र श्रद्धांजलि !
दिवंगत आत्मा को परमात्मा शांति और उनके परिवार जनों को दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें !
डा. अमर कुमार जी को श्रृद्धांजलि,
डा. साहब अक्सर टिप्पणी पर मॉडरेशन लगाए जाने के विरोधी थे।
इसके खि़लाफ़ वह अक्सर ही आवाज़ बुलंद किया करते थे।
उनकी ख़ुशी के लिए कम से कम एक दिन सभी लोग अपने ब्लॉग से मॉडरेशन हटा लें तो उनके लिए हमारी तरफ़ से यह एक सम्मान होगा।
वह एक ज्ञानी आदमी थे।
उनकी टिप्पणी उनके ज्ञान का प्रमाण है।
जिसे आप देख सकते हैं इस लिंक पर
सारी वसुधा एक परिवार है
यदि सच है, तो दुखद है। उनको श्रद्धासुमन समर्पित हैं।
यदि नहीं, तो भगवान के लिए ऐसे दुखद विषयों पर तो कोई मजाक न करे।
वे बहुत अच्छे थे , बहादुरी की एक मिसाल कायम कर गए ! डॉ होने के नाते उन्हें अपनी स्थिति की गंभीरता का बखूबी अहसास होगा मगर उन्होंने किसी प्रकार की कमजोरी नहीं दिखाई और अंत तक सक्रिय रहे !
उनके बारे में कुछ पहले भी लिखा था जो उनके चरणों में समर्पित कर रहा हूँ !
http://satish-saxena.blogspot.com/2010/08/blog-post_30.html
http://satish-saxena.blogspot.com/2010/12/blog-post_22.html
सम्पूर्ण हिंदी ब्लौगजगत के लिए यह एक अत्यंत दुखद समाचार है। डॉ अमर को विनम्र श्रद्धांजलि।
उन्हें सदा शिकायत थी कि उनकी टिप्प्पणी पर प्रतितिप्पणी क्यों नहीं.काश मैंने की होती !
घुघूती बासूती
डॉ अमर के बारे में जानकर खेद हुआ। उन्हें श्रद्धांजलि।
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