--------आइये, एक आंकलन करें :
भारतीय जनता पार्टी में
अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण अडवाणी, नरेन्द्र मोदी, शिवराजसिंह चौहान,
डॉ रमन सिंह, वसुन्धरा राजे सिन्धिया, सुषमा स्वराज, अरुण जेटली, मुरली
मनोहर जोशी, राजनाथ सिंह, वेंकैया नायडू, रविशंकर प्रसाद, मुख़्तार अब्बास
नक़वी, कल्याण सिंह, जसवंतसिंह, राजीव प्रताप रूड़ी, शाहनवाज़ हुसैन, नितिन
गडकरी, प्रकाश जावड़ेकर, अनंत कुमार, गोपीनाथ मुण्डे, किरीट सौमैया, उमा
भारती, यशवंत सिन्हा, नवजोतसिंह सिद्धू, कीर्ति आज़ाद, स्मृति ईरानी, रामदास
अग्रवाल, सत्यनारायण जटिया, कलराज मिश्र, लालजी टंडन, अमित शाह, विनय
कटियार, बलबीर पुंज एवं नज़मा हेपतुल्ला जैसे अनुभवी और ईमानदार राजनेताओं
की कार्यकुशल कतार है
कांग्रेस में भी सोनिया
गांधी के पीछे अनेक अनुभवी, कार्यकुशल और लोकप्रिय नेताओं के साथ साथ कई
ऐसे घाघ लोगों की लम्बी फ़ौज है जो राज हथिया सकते हैं, चला सकते हैं और
जैसे तैसे ये भ्रम बनाये रख सकते हैं कि देश में सरकार नाम की भी कोई चीज़
है
लेकिन आआपा के पास क्या है ?
ले दे के एक चेहरा है अरविन्द केजरीवाल और दूसरा है मनीष सिसोदिया
दिल्ली
में तो जनादेश के विरुद्ध जा कर कांग्रेस से ठग़बन्धन कर लिया और सरकार बना
ली लेकिन लोकसभा चुनाव के लिए 700 लीटर पानी से मुंह धोने वालो ! पूरा
देश दिल्ली नहीं है जो तुम्हारे झांसे में आ जाएगा . आज तुम कितना भी
दिग्भ्रमित कर दो युवा वर्ग को, लेकिन जिस दिन इनको आपकी असलियत समझ में
आएगी, तुम्हारा झाड़ू तिनके तिनके बिखर जाएगा
लोकतंत्र के
महोत्सव में जिस देव की पूजा होती है वो है वोट, हमारा वोट ! इस वोट को
सोच समझ कर काम में लें और इस बार सिर्फ और सिर्फ देश के हित में
नरेन्द्र भाई मोदी को दिल्ली की बागडोर सौंपें
जय हिन्द !
रमेश लोहिया