Albelakhatri.com

Hindi Hasya kavi Albela Khatri's blog

ताज़ा टिप्पणियां

Albela Khatri

हँसते रहे हैं लोग...........

दलदलों में प्यार की धंसते रहे हैं लोग

दर्दो-ग़म के जाल में फंसते रहे हैं लोग

बन के दीवाने, ज़माने में भटक रहे हैं

ख़ुद ही जलाके आशियाँ, हँसते रहे हैं लोग

9 comments:

Pt. D.K. Sharma "Vatsa" June 29, 2009 at 10:08 AM  

बहुत् बढिय......बेहतरीन

राजीव तनेजा June 29, 2009 at 10:19 AM  

बहुत ही बढिया

cartoonist anurag June 29, 2009 at 10:32 AM  

bahu hi achhi rachna hai...
badhai......

विनोद कुमार पांडेय June 29, 2009 at 10:36 AM  

atayant sundar..

aaj ke logo ka charitr chitran kiya hai aapne..
badhayi ho..bahut achhca

Anil Pusadkar June 29, 2009 at 10:43 AM  

सुन्दर।

ओम आर्य June 29, 2009 at 10:55 AM  

बहुत ही उम्दा विचार है.....................सही है गमो ने किसी को इतना तोडा कि होश ही नही रहे कि आशियाँ जल गया...............वाह वाह.........

Murari Pareek June 29, 2009 at 11:30 AM  

achhi rachana ki hai!! sort n sweet!!

Udan Tashtari June 29, 2009 at 10:22 PM  

बहुत बेहतरीन!! वाह!

अविनाश वाचस्पति June 30, 2009 at 6:21 AM  

हंसना आशिकी है
हंसने वालों के लिए
हंसाने वालों के लिए
बस वे हंस पर
सवारी नहीं किया करते हैं
हंस लिया और
हंस दिया करते हैं।

Post a Comment

My Blog List

myfreecopyright.com registered & protected
CG Blog
www.hamarivani.com
Blog Widget by LinkWithin

Emil Subscription

Enter your email address:

Delivered by FeedBurner

Followers

विजेट आपके ब्लॉग पर

Blog Archive