सन 2011 के प्रथम दिन यानी 1 जनवरी की रात 'सांपला सांस्कृतिक मंच'
द्वारा सांपला ( हरियाणा ) में आयोजित अखिल भारतीय हास्य कवि
सम्मेलन अनेक मायनों में अभूतपूर्व सफल रहा । कड़ाके की सर्दी के
बावजूद लोग बड़ी संख्या में आये और 11 बजे तक चलने वाला कार्यक्रम
रात लगभग 2 बजे तक चला ।
यों तो पिछले कई दिनों से लगातार कवि-सम्मेलनों में ही व्यस्त था लेकिन
मैं सबसे पहले सांपला का ज़िक्र इसलिए कर रहा हूँ क्योंकि ये अपने आप में
ख़ास था । ये एक कड़ा इम्तेहान था हमारे एक प्रिय ब्लोगर बन्धु अमित उर्फ़
अन्तर सोहेल के लिए जिसमे वे 100000000% उत्तीर्ण हुए ।
# बन्धुवर योगेन्द्र मौदगिल की प्रेरणा से अन्तर सोहेल ने कवि-सम्मेलन
आयोजित कर तो लिया परन्तु उन्हें अपने ही नगर में उन प्रमुख लोगों से
वो समर्थन और सहयोग नहीं मिला जिसकी उन्हें दरकार थी । हालाँकि
योगेन्द्र जी के कहने से कवियों ने बहुत ही कम मानदेय पर अपनी
उपस्थिति और प्रस्तुति दी थी परन्तु अन्य बहुत से खर्च होते हैं जैसे-
सभागार, साउंड सिस्टम, प्रचार- प्रसार के पोस्टर, बैनर, मंचीय
साज-सज्जा, स्मृति चिन्ह, कवियों के ठहरने और भोजन का प्रबन्ध,
कुर्सियां, गद्दे और जाने क्या क्या ...इन सब पर काफी पैसा खर्च होता है
जिसे अन्तर सोहेल की दस सदस्यीय आयोजन टीम ने स्वयं वहन किया
अर्थात किसी को न कोई टिकट बेचीं और न ही सहयोग राशि किसी से
मांगी । इस पर तुर्रा ये कि लोगों ने सहयोग देना तो दूर, उलटे बाधाएं ही
खड़ी कीं - यहाँ तक कि कवि सम्मेलन के पोस्टर तक फाड़ दिये ।
# सर्दी इतनी ज़्यादा थी कि लगता था कोई भी श्रोता अपने घर के
सुख-आराम छोड़ कर नहीं आएगा परन्तु माँ सरस्वती की कृपा ऐसी रही कि
जैसे जैसे महफ़िल जवान होती गई, लोगों के झुण्ड के झुण्ड आने शुरू हो
गये । स्थिति ये हुई कि सभागार की सब कुर्सियां और बालकनी की अतिरिक्त
कुर्सियां तो भर ही गईं, लोगों के लिए खड़े होने तक की जगह नहीं बची थी
.........याने डबल house full
# निसन्देह सभी कवियों ने बहुत उम्दा प्रस्तुति दी और प्रोग्राम ख़ूब जमा
जिसके फलस्वरूप सांपला नगर के प्रमुख लोग प्रभावित हुए और उन्होंने
मंच पर आकर घोषणा की कि ऐसा कार्यक्रम हम प्रतिवर्ष करेंगे और अगले
आयोजन में अन्तर सोहेल और उनके द्वारा स्थापित "सांपला सांस्कृतिक
मंच" को भरपूर सहयोग देंगे ।
# सांपला में जब कभी भी कवि-सम्मेलन का इतिहास लिखा जायेगा,
\
इस कार्यक्रम को प्रमुख स्थान दिया जायेगा क्योंकि यह उस नगर का पहला
कवि सम्मेलन था । पहला ही आयोजन इतना सफल रहा कि सबको
आनन्द आ गया ।
# भाई अन्तर ने कवियों की सेवा में बहुत ध्यान दिया और सबको ख़ूब
अच्छा सम्मान दिया । भोजन व्यवस्था तो कमाल थी............मैं अपनी
तरफ से सांपला सांस्कृतिक मंच को हार्दिक बधाई देता हूँ । आप चाहें तो
आप भी अपनी टिप्पणियों से बधाई दे सकते हैं । वैसे एक राज़ की बात
बताता हूँ .....किसी से कहना नहीं ..........मेरे 28 साल के मंचीय जीवन में
ये पहला मौका था जब मैंने बिना नहाए और बिना कपड़े बदले मंच पर
प्रस्तुति दी...........लेकिन मंच संचालन ऐसा ज़बरदस्त किया कि सोचता हूँ
आगे से हर प्रोग्राम बिना नहाए और बिना कपड़े बदले ही करूँ....आपका क्या
विचार है ? क्या ये टोटका ठीक रहेगा ? बोलोना ..कुछ बोलते क्यों नहीं ?
# लीजिये.......एक झलक आपके लिए भी........देखिये और मज़ा लीजिये :
-अलबेला खत्री
hindi hasyakavi sammelan in mangalore by MRPL
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शानदार, शानदार, शानदार …………………
शानदार और जानदार रहा मंगलूर रिफ़ाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड द्वारा
राजभाषा विभाग के तत्वाधान में डॉ बी आर पाल द्वारा आ...
10 years ago
7 comments:
वाह भाई जी, अमित ने कमाल कर दिया।
सभी को घणी घणी बधाई और राम राम
नूतन वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं।
Antar ji ka ye kadam sarahniya hai, agli bar log puri tarah se unka sath denge.
अलबेला जी, बहुत अच्छा लगा यह सब पढ कर,आखिर अमित भाई की मेहनत ओर आप सब के सहयोग से कामयाब रही,आईंदा प्रोगराम दे तो दो दिन पहले से ही स्नान ना करे:) आप सभी को बहुत बहुत बधाई इस प्रोगराम की सफ़लता की. धन्यवाद
आनन्द आ गया था उस दिन।
अंतर सोहेल भाई के साथ-साथ आप सभी को सफल आयोजन और एक बेहतरीन शुरुआत के लिए बहुत-बहुत बधाइयाँ!!!
वाह... मज़ा आ गया..मैं पोस्ट लिखने से बच गया.....दूसरी बात ये की टोटका कामयाब इसे घर पर भी आजमा लो जितने दिन नहाओगे नहीं उतने दिन मज़ा ज्यों का त्यों... टनाटन...भाभी इसी बात से तो परेशान है कि तुम नहाते ही रहते हो....
बधाई ।
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