प्यारे मित्रो !
नरेन्द्र मोदीजी का मैं बहुत आदर व सम्मान करता हूँ परन्तु गोरखपुर की रैली में उन्होंने मुलायमसिंह के लिए जो सम्बोधन काम में लिया उससे मुझे बहुत दुःख भी हुआ है. मुझे कतई उम्मीद नहीं थी कि मोदीजी अपने भाषण में मुलायमसिंह को "नेताजी" कह कर ललकारेंगे .......... मोदीजी के समर्थकों को मेरा कथन भला लगे या बुरा, परन्तु मैं मुलायमसिंह को "नेताजी" नहीं कह सकता
"नेताजी" सिर्फ़ एक हुए हैं अब तक, इसलिए "नेताजी" शब्द सुनकर एक ही छवि हमारे सामने उपस्थित होती है और वो छवि है "नेताजी" सुभाषचन्द्र बोस की
"नेताजी" के पाँव की जूती के नीचे लगी धूल में चिपके हुए गन्दे कीटाणु भी मुलायमसिंह जैसे आजकल के नेताओं से कहीं अधिक पवित्र और कहीं अधिक गौरवपूर्ण है - हो सके तो मोदीजी इस भूल को स्वीकार करें और भविष्य में कभी किसी भी नेता को पुकारते हुए "नेताजी" न कहें
जय हिन्द !
अलबेला खत्री
1 comments:
Gratefull for sharing this
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