भारत-भारती के समारोह के लिए पुणे पहुँचने में जब मुझे
विलम्ब हो गया और मैं अभी लोनावला में ही अटका था तब
आयोजन समिति के मुखिया श्रीनिवास कुन्दला जी ने मुझसे
बार-बार सम्पर्क किया और मुझे ज़रूर ज़रूर पहुँचने का
आग्रह किया । तब मैंने उनसे कहा-
वादा किया है तो आऊंगा
ज़रूर आऊंगा
अगर नहीं आऊंगा
तो ये कहने के लिए आऊंगा
कि नहीं आऊंगा
hindi hasyakavi sammelan in mangalore by MRPL
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शानदार, शानदार, शानदार …………………
शानदार और जानदार रहा मंगलूर रिफ़ाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड द्वारा
राजभाषा विभाग के तत्वाधान में डॉ बी आर पाल द्वारा आ...
10 years ago
4 comments:
भइ वा! क्या कहने हैं! नहीं आउँगा फिर भी आउँगा!
आपकी हाजिरी लग गई है??
वाह! वायदा न निभाने और निभाने दोनों का अन्दाज़ एकदम निराला है.
aa kar na aana
ya
na aane ka bhi aana
-Sheena
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