हे भगवान् !
आप ने ऐसा क्यों किया ?
नारी के साथ इतना उपेक्षापूर्ण व्यवहार क्यों किया ?
पुरूष के लिए तो तुमने
स्वर्ग में सोमरस और नर्तकियों की टनाटन व्यवस्था
कर दी
लेकिन नारी के लिए क्या ?
नारी भी क्या नारी का ही डांस देखे ?
क्या मज़ा आएगा ?
ऐसी व्यवस्था में तो नारियों का सारा पुण्य प्रताप
व्यर्थ ही जाएगा .............
इनके लिए भी उचित व्यवस्था कर.............
और जल्दी कर
क्योंकि नारी अब जाग गई है.........
समझ गया न ?
हाँ ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
ज़्यादा कहूँगा तो मुझ पर अश्लीलता का आरोप लग जाएगा
इसलिए मैं तो निकलता हूँ
जयपुर और हरियाणा की चार दिवसीय काव्य-यात्रा पर
14 तारीख को फिर भेन्ट होगी.............
तब तक अपनी भूल सुधार ले.............
प्रार्थी,
-अलबेला खत्री
www.albelakhatri.com
hindi hasyakavi sammelan in mangalore by MRPL
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शानदार, शानदार, शानदार …………………
शानदार और जानदार रहा मंगलूर रिफ़ाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड द्वारा
राजभाषा विभाग के तत्वाधान में डॉ बी आर पाल द्वारा आ...
10 years ago
4 comments:
अरे अरे जाते जाते भी पंगा ले रहे है ब्लांग जगत की डान ओर थाने दारनियो से, बचके रहना रे बाबा
बिल्कुल सही कहा आपने ।
Albela ji aap itna sara kaam kaise ker lete hain........???
जयपुर और हरियाणा का यात्रा शुभ हो! जल्द ही मुलाकात होगी!
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