विषम दशा में पड़ कर
मूर्ख व्यक्ति
भाग्य को दोष देने लगता है
लेकिन अपने
कर्म-दोष नहीं देखता
- विष्णु शर्मा
hindi hasyakavi sammelan in mangalore by MRPL
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शानदार, शानदार, शानदार …………………
शानदार और जानदार रहा मंगलूर रिफ़ाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड द्वारा
राजभाषा विभाग के तत्वाधान में डॉ बी आर पाल द्वारा आ...
10 years ago
4 comments:
बिल्कुल सही!
यही तो आदमी की कमी है..सत्य वचन...
सही है!
एकदम स्टीक है।
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