यह जो शहरीकरण हो रहा बाबाजी
हरियाली का हरण हो रहा बाबाजी
चीलें, कौए, चिड़ियाँ, तोते, तीतर संग
वनजीवन का मरण हो रहा बाबाजी
भौतिक सुविधाओं को तो विस्तार मिला
संकुचित पर्यावरण हो रहा बाबाजी
पेड़ काट कर, मानव मानो अपनी ही
हत्या का उपकरण हो रहा बाबाजी
इसका दुष्परिणाम देखिये घर-घर में
रोगों का अवतरण हो रहा बाबाजी
ख़बरदार ! कुदरत का क्रोध रुला देगा
उसके विरुद्ध आचरण हो रहा बाबाजी
तुम मेरी आँखों से देखो "अलबेला"
सकल सृष्टि का क्षरण हो रहा बाबाजी
hasyakavi Albela Khatri enjoying Chattanoga city in USA |
4 comments:
यह जो शहरीकरण हो रहा बाबाजी
हरियाली का हरण हो रहा बाबाजी
वाह बाबाजी!!
यह जो शहरीकरण हो रहा बाबाजी
हरियाली का हरण हो रहा बाबाजी
वाह बाबाजी!!
अब तो यादों में हरियाली का स्मरण हो रहा है बाबा जी .......हरियाली की संवेदना के लिए आभार जी /
बहुत खूब....
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