शक्ति ने दुनिया से कहा, 'तू मेरी है';
दुनिया ने उसे अपने तख़्त पर क़ैदी बना कर रखा ।
प्रेम ने दुनिया से कहा, 'मैं तेरा हूँ' ;
दुनिया ने उसे अपने घर की आज़ादी दे दी
-गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर
शुभ प्रभात
-अलबेला खत्री
hindi hasyakavi sammelan in mangalore by MRPL
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शानदार, शानदार, शानदार …………………
शानदार और जानदार रहा मंगलूर रिफ़ाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड द्वारा
राजभाषा विभाग के तत्वाधान में डॉ बी आर पाल द्वारा आ...
10 years ago
1 comments:
sabse pehle to sabhi vijaytao ko meri taraf se hardik badhai... sach me umda rachna hai
albela ji,
main kehna chahungi ki aisa kuch nhi hai kisi ne vishesh utsah nhi dikhaya shayad jyada logo tak ye pratiyogita ki jankari pahuch nhi payi...
maine bhi geet likhne ka prayas kiya tha par aaj jara bhi waqt nhi mil paya comp pe baithne ka...
khair geet post kar rahi... ab likh diya hai isliye.. aur koi apeksha nhi hai aapse
पहली कोशिश में चलने की
कभी गिरने कभी संभलने की
तेरी ऊँगली हाथो में थी
तभी तो गिर के उठ पाई
तेरी ही उस लगन ने माँ
प्रगति के पथ पर मुझे चलाया
जीवन नही दिया बस तुने
माँ तुने जीना भी सिखाया
कभी कहानी पंचतन्त्र की
कभी थी जीवनी महापुरुष की
इन्ही कहानी से तुने
आदर्श सिखाये जीवन के
कभी नही बाचा बस उनको
सही गलत का फर्क बताय
जीवन नही दिया बस तुने
माँ तुने जीना भी सिखाया
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