उसी ने फिर बनाया है, बनाना काम है उसका
बनाने में कुशल है वो, बड़ा ही नाम है उसका
मेरी हस्ती उसी से है, मेरी मस्ती उसी से है
मेरे भीतर की बस्ती में मुक़द्दस धाम है उसका
hindi hasyakavi sammelan in mangalore by MRPL
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शानदार, शानदार, शानदार …………………
शानदार और जानदार रहा मंगलूर रिफ़ाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड द्वारा
राजभाषा विभाग के तत्वाधान में डॉ बी आर पाल द्वारा आ...
10 years ago
7 comments:
क्या बात है अलवेला जी आज एक नये अंदाज में है यह भी अच्छा लगा
बहुत बढ़िया
बढ़िया मुक्तक है भ्राता जी!
टिप्पणी देकर प्रोत्साहित करने के लिए बहुत बहुत शुक्रिया!
वाह ! क्या बात है ! बहुत खूब कहा है आपने!
KHOOB LIKH RAHE HAIN AAP TO ! AAPKE UJJWAL
BHAVISHYA KEE KAMNA KARTAA HOON .
जी हां!..वही तो परम पिता परमेश्वर है!
बहोत खूब अलबेलाजी!
बनाके उसने हम सब को बहोत कुछ कह दिया देखो।
बने हम आदमी ही बस यही पैगाम है उसका।
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