आज मुझे सपने में आया सपना एक महान
सपने में देखा मैंने सपनों का हिन्दुस्तान
क्या नर-नारी,क्या किन्नर,क्या बूढ़े और जवान
चेहरों पर थी चमक सभी के, अधरों पर मुस्कान
जै जै बजरंगी बलवान
जै जै पवनपुत्र हनुमान
मैंने देखा पुलिसकर्मियों में विनम्र स्वभाव
मैंने देखा सस्ते होगये फल-सब्ज़ी के भाव
मैंने देखा रेलों में कोई धक्कम-पेल नहीं है
मैंने देखा किसी शहर में कोई जेल नहीं है
भ्रष्टाचारी लोग कर चुके ख़ुद ही आत्म-समर्पण
स्विस बैंकों से ला-ला कर धन किया देश को अर्पण
सोने के सिक्के चलते और चलें चांदी के नोट
युवकों ने चड्डी उतार कर, पहन लिए लंगोट
व्यसन और फ़ैशन से दूरी रखना मान लिया है
काला बाज़ारी नहीं करेंगे, सबने ठान लिया है
नहीं मिलावट मिली कहीं पर, शुद्ध है सब सामान
सपने में देखा मैंने सपनों का हिन्दुस्तान
जै जै बजरंगी बलवान
जै जै पवनपुत्र हनुमान
सिर्फ़ एक टी वी चैनल और सिर्फ़ एक अखबार
क्रिकेट मैच भी हो पाता है साल में बस इक बार
क्षण-क्षण का उपयोग हो रहा मानवता के हित में
अय्याशी और अनाचार अब नहीं किसी के चित में
काव्य-मंचों पर मौलिक कविताओं का युग आया है
साहित्य और संस्कृति का परचम घर-घर फहराया है
मल्लिकाओं ने साड़ी पहनने का ऐलान किया है
अमिताभ बच्चन ने ख़ुद को बूढ़ा मान लिया है
पेप्सी-कोक की जगह दूध के विज्ञापन दिखते हैं
सलीम-जावेद फिर से जोड़ी बन, फ़िल्में लिखते हैं
अब रोज़ाना लड़ते नहीं हैं शाहरुख और सलमान
सपने में देखा मैंने सपनों का हिन्दुस्तान
जै जै बजरंगी बलवान
जै जै पवनपुत्र हनुमान
भ्रूणहत्याएं बन्द हो गईं, दहेज़ प्रथा भी बन्द
शोषण से हुई मुक्त नारियां, करती हैं आनन्द
आतंकवादी रक्तदान को लाइन में खड़े हुए हैं
चोरों ने चोरी छोड़ी, घर खुल्ले पड़े हुए हैं
मदिरा-गुटखा कम्पनियों पर लटक रहे हैं ताले
नदियाँ तो नदियाँ, शहरों में साफ़ हो गये नाले
चौबीस घंटे चालू रहता फैक्ट्रियों में काम
रंगदारी और लूटपाट का होगया काम तमाम
दुनिया भर ने फिर से माना भारत को उस्ताद
चारों तरफ़ ख़ुशियाँ ही ख़ुशियाँ, नहीं कहीं अवसाद
घुटनों के बल खड़ा हमारे आगे पाकिस्तान
सपने में देखा मैंने सपनों का हिन्दुस्तान
जै जै बजरंगी बलवान
जै जै पवनपुत्र हनुमान
hindi hasyakavi sammelan in mangalore by MRPL
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शानदार, शानदार, शानदार …………………
शानदार और जानदार रहा मंगलूर रिफ़ाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड द्वारा
राजभाषा विभाग के तत्वाधान में डॉ बी आर पाल द्वारा आ...
10 years ago
5 comments:
जब ये दिन आ जायेगा
देश मेरा फिर से
सोने की चिड़िया ही कहलायेगा
सभी को मिलेगा इलाज और
हर बच्चा स्कूल जायेगा
बच्चो के पेट में दाना होगा
और कोई मजदूर
अपने भूखे बच्चे से
कभी मुह नहीं चुराएगा
सूदखोरों के सारे बहीखाते
सदा के लिए बंद हो जायेंगे
और गरीब इंसान
अपनी मेहनत का पैसा
अपने घर ले कर जायेगा
उस दिन मेरा देश
फिर से सोने की चिड़िया बन जायेगा
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एक जोरदार तमाचा मारा है सर आपने आज की व्यवस्था के मुह पर
मैं तो ऐसा सपने में भी नहीं देख सकता. आपकी सोच लाजवाब है.
मेरा ब्लॉग - दुनाली
राम राज्य ही आ गया।
yah sapana kahan hakeekat hai...
laajawab prastuti...
सुंदर!
आज कल आप कमाल कर रहे हैं।
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