बडा बडेरा कैता आया, जो हनुमान नै ध्यावै है
तन का हो या मन का, बांका सब संकट मिट जावै है
म्हे भी बाबा दुःख का मार्या, अरज करण नै आया
सारी दुनिया छोड़ कै हनुमत, तेरी शरण म्हे आया
म्हारी जान बचा
थारी शान बचा
भारत म्ह दुःख गहराया है, तेरी लापरवाही स्यूं
जन जन पर संकट छाया है, तेरी लापरवाही स्यूं
पाकिस्तानी घुस आया है, तेरी लापरवाही स्यूं
मुम्बई म्ह बम फट पाया है, तेरी लापरवाही स्यूं
जाग जाग अब जाग रै हिन्दुस्तान बचा
म्हारी जान बचा
थारी शान बचा
रामभक्त तू, रामभक्त म्हे, राम की दुनिया सारी
राम कै घर की रुखवाली, हनुमान की ज़िम्मेदारी
त्रेता म्ह तो लंका बाळ दी, सुरसा नै भी मारी
अब दाउद,अजमल,कसाब की कद आवैगी बारी
राम नाम की शक्ति को सम्मान बचा
म्हारी जान बचा
थारी शान बचा
___________________ अलबेला खत्री
mr.C M Patel, Albela Khatri, Naranji Bhai Patel & D V Patel in SAN JOSE on Lokarpan of SAGAR ME BHI SOOKHA HAI MAN |
3 comments:
आपने मेरी शायरी के साथ अपनी ख़ूबसूरत पंक्तियाँ जोड़कर उसमें चार चाँद लगा दिया है! बहुत बहुत धन्यवाद सुन्दर टिप्पणी के लिए!
भारत म्ह दुःख गहराया है, तेरी लापरवाही स्यूं
जन जन पर संकट छाया है, तेरी लापरवाही स्यूं
पाकिस्तानी घुस आया है, तेरी लापरवाही स्यूं
मुम्बई म्ह बम फट पाया है, तेरी लापरवाही स्यूं...
सटीक पंक्तियाँ है! हमारे देश की हालत को आपने बड़े सुन्दरता से वर्णन किया है! हाल ही में हुए बम ब्लास्ट और कितने सारे हादसे होते रहते हैं!
"तेरी लापरवाही स्यूं"
mast hai zi
क्या बात है भाई जी ....आनंद आ गया ! हार्दिक शुभकामनायें आपको !
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