बजरंगी की देह पर, चढ़ा दिया सिन्दूर
अब मन में विश्वास है, होंगे सब दुःख दूर
मंगल मेरी भावना , मंगल तेरा रूप
भारत का मंगल करो, तब है बात अनूप
श्रद्धा और विश्वास से, आया तेरे धाम
हे हनुमत अब आप भी, कर दो मेरा काम
काम मेरा मुश्किल नहीं, सरल है हे हनुमान
सिर्फ़ सुरक्षा मांगता, अपना हिन्दुस्तान
-अलबेला खत्री
4 comments:
मंगल मेरी भावना , मंगल तेरा रूप
भारत का मंगल करो, तब है बात अनूप
श्रद्धा और विश्वास से, आया तेरे धाम
हे हनुमत अब आप भी, कर दो मेरा काम..
आपकी प्रार्थना ज़रूर सुनेंगे भगवान ! भक्ति भाव से भरपूर सुन्दर पोस्ट!
मेरे नए पोस्ट पर आपका स्वागत है-
http://seawave-babli.blogspot.com/
http://ek-jhalak-urmi-ki-kavitayen.blogspot.com/
bahut khoob albela zi :)
bahut khoob
आतंकी हमले हुए, सफल हुए षड़यन्त्र।
फिर से निष्फल हो गया, अपना खुफिया तन्त्र।।
दहशतगर्दों के लिए, स्वर्ग हुआ यह देश।
अमल-धवल सी घरा का, बिगड़ गया परिवेश।।
शासक अब भी बोलते, रटे-रटाए मन्त्र।
वाचालों की चाल में, उलझ गया जनतन्त्र।।
महामहिम के द्वार से, मिला न कोइ ज़वाब।
कारागृह में खा रहे, जमकर माल कसाब।।
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