ज़माना बदल गया है भाई............
पहले बाप के बाप को बाबा कहते थे,
आजकल बेटे के बेटे को बाबा कहते हैं
पहले जीम के ( खा के ) सेहत बनाते थे
आजकल जिम में ( जा के ) सेहत बनाते हैं
बदलाव के इस दौर में
संस्कृत के एक श्लोक का नया अर्थ देखिये.......
सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामया
____सर्वे करने पर पाया गया कि
सारे भवन निर्माता सुखी हैं और सारे सन्त नीरा पी कर
माया में पड़े हैं
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hindi hasyakavi sammelan in mangalore by MRPL
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शानदार, शानदार, शानदार …………………
शानदार और जानदार रहा मंगलूर रिफ़ाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड द्वारा
राजभाषा विभाग के तत्वाधान में डॉ बी आर पाल द्वारा आ...
10 years ago
16 comments:
badi sundar vyaakhya ki sarkaar aapne...maza aa gaya...
सारे भवन निर्माता सुखी हैं और सारे सन्त नीरा पी कर
माया में पड़े हैं
बहुत खूब
ati sundar
सब संतन सीताराम।
बढिया है जी.
बहुत ख़ूब...
दुनिया गोल है!
लौट के बुद्धू घर ही आते हैं!
क्या कहने ............
आप की माया ........ आप की लीला ........ आप ही जानो !!
बहुत बढ़िया आज तो गजब की शब्दावली वाह वाह
भगवान परशुराम जयंती पर हार्दिक शुभकामनाये ...
वाह क्या बात कही है
इतनी बढ़िया चीज पढ़कर क्या मुह ..से तारीफ़ नहीं निकलेगी ...वाह! वाह ! वाह! //// गज़ब का लिखा है ....हंसी भी आई कुछ सीखने को भी मिला ....अपनी भाषा में बोलूं तो ...'एक दम फ़ाडू लिखा है भाई '
सत्य वचन महा राज
संस्कृत के एक श्लोक का नया अर्थ
हा हा हा .... मजेदार ....................
सारे भवन निर्माता सुखी हैं और सारे सन्त नीरा पी कर
माया में पड़े हैं
:) ये भी खूब अर्थ लगाया आपने.
लाजवाब . आपकी बात भी और खुद आप भी .
http://blogvani.com/blogs/blog/15882
wahwa......
Bhai,
saari baate haasy aur vyang se paripoorn hain .Badhai!!
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