चश्म पर परतें भरम की चढ़ रही हैं देखिये
देखिये, दर्पण से चिड़िया लड़ रही है देखिये
आपने अपने लोहू से जो लिखा पैगम्बरों !
आपकी औलाद उलटा पढ़ रही है देखिये
आपने अमृत दिया था ये तो हमको याद है
पर हमारी लाश नीली पड़ रही है देखिये
aaj qaumi ekta ke divas hain manne lage
baat ye bhi yaad rakhni pad rahi hai dekhiye
==========chalte chalte hindi band ho gayi toh main kya karoon? padho...ek she'r angrezi men///////sorry main bol deta hoon =aur toh kya karoon?
hindi hasyakavi sammelan in mangalore by MRPL
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शानदार, शानदार, शानदार …………………
शानदार और जानदार रहा मंगलूर रिफ़ाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड द्वारा
राजभाषा विभाग के तत्वाधान में डॉ बी आर पाल द्वारा आ...
10 years ago
12 comments:
बढिया लिखा ..
आपने अपने लोहू से जो लिखा पैगम्बरों !
आपकी औलाद उलटा पढ़ रही है देखिये
बहुत ही बढिया लिखा है....आभार
aacha laga padh kar ...
dekhiye insaan banne ki chaah maiaaj ,
insaaniyat ko taj rahaa vartmaan aadmi .
jhallevichaar.blogspot.com
चश्म पर परतें भरम की चढ़ रही हैं देखिये
देखिये, दर्पण से चिड़िया लड़ रही है देखिये
bahut hi gahari baat keh di aapne...
mere blog par aapke comment ka bahut bahut shukriya....aapke suggestion par poora dhyaan dungi..
:)
ये तेरा अलबेलापन है
या ........
वाहSSS !!!
शानदार प्रस्तुतिकरण्…
आपने अपने लोहू से जो लिखा पैगम्बरों !
आपकी औलाद उलटा पढ़ रही है देखिये
यथार्थ और लाजवाब लिखा है................ ये शेर तो ख़ास कर
अलबेला भाई कैसे मिजाज हैं । सीहोर के कवि सम्मेलन के बाद बात ही नहीं हो पाई । आशा है आप ठीक होंगें । आज अचानक ही अपने एक प्रिय शिष्य रविकांत के ब्लाग पर आपकी टिप्पणी देखी तो आपके ब्लाग पर आया । जानकर सुखद लगा कि आप ब्लाग जगत में हैं । अब तो भेंट होती ही रहेगी ।
सुंदर्।
bahut sahee likha ji..
आपने अपने लोहू से जो लिखा पैगम्बरों !
आपकी औलाद उलटा पढ़ रही है देखिये
-कितना सच कह गये!!
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