आज तिरंगे के तीनों रंग देते ये आवाज़ हैं
हिन्द की ख़ातिर मिटने वालो
हमको तुम पर नाज़ है
मातृभूमि के लाड़ले बेटो, आपकी क़ुरबानियां
राह दिखाएंगी नसलों को बन कर अमर कहानियां
आपके दम पर आज सलामत भारत मॉं की लाज है
हिन्द की ख़ातिर मिटने वालो
हमको तुम पर नाज़ है
ना परवाह की भूख की तुमने, ना परवाह की प्यास की
परवाह की तो सिर्फ़ बटालिक, कारगिल की और द्रास की
विजय पताका फहराने का आप ही के सर ताज है
हिन्द की ख़ातिर मिटने वालो
हमको तुम पर नाज़ है
मारते-मारते मरे बहाद्दुर, मरते-मरते मार गए
जब तक सांस रही जूझे वो, बस फिर स्वर्ग सिधार गए
दूध का कर्ज़ चुका देने का ये भी इक अन्दाज़ है
हिन्द की ख़ातिर मिटने वालो
हमको तुम पर नाज़ है
है हमको सौगन्ध तुम्हारी पावन-पावन राख की
हस्ती मिटा कर रख देंगे, अपने दुश्मन नापाक की
प्यार से जब न बात बने तो वार ही सिर्फ़ इलाज है
हिन्द की ख़ातिर मिटने वालो
हमको तुम पर नाज़ है
hindi hasyakavi sammelan in mangalore by MRPL
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शानदार, शानदार, शानदार …………………
शानदार और जानदार रहा मंगलूर रिफ़ाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड द्वारा
राजभाषा विभाग के तत्वाधान में डॉ बी आर पाल द्वारा आ...
10 years ago
2 comments:
vaah, bahut khoob kavitaa likhi hai aapane.
.... लाजवाब
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