गुटखा ये पाउच वाला, जिसने भी मुंह में डाला
गुटखा ले लेगा उसकी जान
कर दो सभी को सावधान.......................
कितने ही मर गए इससे,कितने ही मिट गए इससे
बूढे बालक नौजवान
कर दो सभी को सावधान ...............................
संतूर तुलसी शिमला गोवा दरबार कोई
मानिकचंद मूलचंद हो या अनुराग कोई
हो चाहे रजनीगंधा पानपराग कोई
सबके सब हैं ज़हरीले
कत्थई भूरे या पीले
सब के सब हैं एक समान
करदो सभी को सावधान ..............................................
सडियल सुपारी डाली,सस्ता ज़र्दा मिलाया
लौंग इलायची खुश्बू ठंडक किवाम दिखलाया
बाकी बस खड़िया मिटटी, कत्था चूना लगाया
चमड़ी छिपकलियों वाली
साँपों की हड्डियाँ डाली
नशा है या मौत का सामान
कर दो सभी को सावधान ..........................................
तिल्ली को खा जाता है पथरी अल्सर देता है
किडनी का दुश्मन है ये कैंसर भी कर देता है
खाने वाले का जीवन बर्बाद कर देता है
सबसे गन्दी बीमारी
चालू रहती पिचकारी
दफ्तर हो घर हो या दुकान
कर दो सभी को सावधान .........................................
>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>तम्बाकू विरोधी दिवस पर विशेष रचना <<<<<<<<<<<<<<
3 comments:
गुटखा खाने वाले दो्स्तों को भेजता हुँ.. शायद ये पढ़ कर सुधर जायें...
बिल्कुल सही कहा है भैया आपने हमने भी बड़ी मुश्किल से हमने ये सारे धीमे जहर छोड़े हैं।
कोई माने जब न!! गुटखा प्रेमी यह सब नहीं पढ़ते मेरे भाई.
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