मुहब्बत में मेरी पत्नी ग़ज़ल का शे'र लगती है
खफ़ा हो जाये तो बारूद का इक ढेर लगती है
बहुत जल्दी मुझे भी इसलिए गुस्सा नहीं आता
बड़ा बरतन गरम होने में थोड़ी देर लगती है
-खामखाह हैदराबादी
hindi hasyakavi sammelan in mangalore by MRPL
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शानदार, शानदार, शानदार …………………
शानदार और जानदार रहा मंगलूर रिफ़ाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड द्वारा
राजभाषा विभाग के तत्वाधान में डॉ बी आर पाल द्वारा आ...
10 years ago
5 comments:
नव वर्ष की मंगल कामनाएँ!
पत्नी बारुद के ढेर मे ही आग लगाती है ।
नववर्ष मंगलमय हो।
kya baat ha albela ji...apni dharmpatni ji ko zaroor padwayiyega....vaise vo khush hi hongi...is bahane apne unko yaad to kia....
आप एवं आपके परिवार को नव वर्ष की हार्दिक बधाई एवं अनेक शुभकामनाएँ.
सादर
समीर लाल
बहुत बढिया
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