किसी के प्रति
मन में
क्रोध रखने की अपेक्षा
उसे तत्काल प्रकट कर देना
अधिक अच्छा है,
जैसे पल में जल जाना
देर तक सुलगने से अच्छा है
- वेद व्यास
hindi hasyakavi sammelan in mangalore by MRPL
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शानदार, शानदार, शानदार …………………
शानदार और जानदार रहा मंगलूर रिफ़ाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड द्वारा
राजभाषा विभाग के तत्वाधान में डॉ बी आर पाल द्वारा आ...
10 years ago
4 comments:
अति सुन्दर विचार!
वेद व्यास ने कहा है तो हम क्या कहें :)
सुन्दर सूक्ति!
विचार तो काफी बढ़िया है लेकिन सबका अपना-अपना नेचर होता है ...कुछ मेरी तरह अंतर्मुखी होते हैं..जो बात को अपने दिल में दबाए रखते हैं तो कुछ बाह्यमुखी...जो सु..सु..सु करने के बजाए एक ही बार में 'सुसरी' कहना बेहतर समझते हैं
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