मौज मस्ती के लिए फुर्सत नहीं है
मटर गश्ती के लिए फुर्सत नहीं है
बस्ती वालों के लिए फुर्सत कहाँ ?
घर गृहस्थी के लिए फुर्सत नहीं है
मूड है गर प्यार का तो बोलिये !
ज़बरदस्ती के लिए फुर्सत नहीं है
मैं वतन दुरूस्त करने में जुटा हूँ
तनदुरूस्ती के लिए फुर्सत नहीं है
सरफ़रोशी की तमन्ना जग गई है
सर परस्ती के लिए फुर्सत नहीं है
मुल्क की हस्ती रहे, इस फिक्र में
अपनी हस्ती के लिए फुर्सत नहीं है
--अलबेला खत्री
hindi hasyakavi sammelan in mangalore by MRPL
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शानदार, शानदार, शानदार …………………
शानदार और जानदार रहा मंगलूर रिफ़ाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड द्वारा
राजभाषा विभाग के तत्वाधान में डॉ बी आर पाल द्वारा आ...
10 years ago
5 comments:
मैं वतन दुरूस्त करने में जुटा हूँ
तनदुरूस्ती के लिए फुर्सत नहीं है
सरफ़रोशी की तमन्ना जग गई है
सर परस्ती के लिए फुर्सत नहीं है
बहुत सुन्दर रचना लिखा है आपने! ये पंक्तियाँ बहुत अच्छी लगी ! इस लाजवाब और बेहतरीन रचना के लिए बधाई!
वाह, अति उत्तम बात !
इसीलिए तो शुगर की बीमारी झेल रहे हैं!
धांसु रचना-आभार
बहुत बढ़िया...
अच्छी रचना को कमेंट करने के लिए भी लोगों को फुर्सत नहीं है
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