जो दूसरों के दुःख में
दया दिखता है
वह स्वयं
उस दुःख से छूट जायेगा
और जो
दूसरों के दुःख की
अवगणना करता है,
उस पर
हर्ष मनाता है
वह कभी न कभी
स्वयं उसमें जा पड़ेगा
- वाल्टर रेले
hindi hasyakavi sammelan in mangalore by MRPL
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शानदार, शानदार, शानदार …………………
शानदार और जानदार रहा मंगलूर रिफ़ाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड द्वारा
राजभाषा विभाग के तत्वाधान में डॉ बी आर पाल द्वारा आ...
10 years ago
8 comments:
wah..what goes around comes around ki tarz par bahut pate ki baat ki aapne...bahut badhiya
आभार इस रचना को प्रस्तुत करने का.
पर मेरा क्या होगा
अलबेला जी
बिल्कुल सही आपने ।
बहुत बढ़िया!
नया वर्ष स्वागत करता है , पहन नया परिधान ।
सारे जग से न्यारा अपना , है गणतंत्र महान ॥
गणतन्त्र-दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ!
सत्य वचन
बिल्कुल सही बात कहा है आपने ! आपको और आपके परिवार को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनायें!
सौ फीसदी सही बात कहा है आपने! दूसरों के दुःख को देखकर जो लोग आनंद लेते हैं उनके जीवन में भी ज़रूर दुःख आयेगा!
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