वासना के रोगियों को
भूख है शरीर की तो
आम जनता को आश्वासन की भूख है
ये वाले हों,चाहे हों वो वाले,
सभी नेताओं को
सत्ता यानी दिल्ली के सिंहासन की भूख है
कवियों को भूख होती
कविता के श्रोताओं की
श्रोताओं को लीडर के भाषण की भूख है
देखा नहीं जाता बन्धु,
कैसी ये विडम्बना है
देश के किसानों घर राशन की भूख है
hindi hasyakavi sammelan in mangalore by MRPL
-
शानदार, शानदार, शानदार …………………
शानदार और जानदार रहा मंगलूर रिफ़ाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड द्वारा
राजभाषा विभाग के तत्वाधान में डॉ बी आर पाल द्वारा आ...
10 years ago
5 comments:
baja farmaya aapne...
aisa hi hai
koi bhi bhara pet nahi sab ki bhukh hai alag lag ksim ki bhukh bahut sundar!!!
गन्दा है पर धंधा है यह ....
जब देश के नेता ही भूखे है तो जनता तो भूखी होगी ही .......
कवियों को भूख होती है
कविता के श्रोताओं की ...
कमेन्ट की नहीं..? .....हा...हा...हा.....!!
badhiya hai.
Post a Comment