"दो पाटन के बीच में साबुत बचा न कोय "
कबीरजी की इन पंक्तियों से प्रेरित यह छन्द हमारे प्रधान मंत्री
डॉ मनमोहन सिंह के लिए सहानुभूति स्वरुप................
एक कड़ाही दो हलवाइयों के
बीच जैसे
एक मेमना हो दो कसाइयों के बीच में
एक चोर फँसे दो सिपाहियों के
बीच जैसे
एक सिपाही दो आतताइयों के बीच में
एक भाजपाई दो इन्काइयों के
बीच जैसे
एक इन्काई दो भाजपाइयों के बीच में
आगे ममता है पीछे सोनिया
खड़ी है यार
फँस गए मन्नू दो लुगाइयों के बीच में
hindi hasyakavi sammelan in mangalore by MRPL
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शानदार, शानदार, शानदार …………………
शानदार और जानदार रहा मंगलूर रिफ़ाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड द्वारा
राजभाषा विभाग के तत्वाधान में डॉ बी आर पाल द्वारा आ...
10 years ago
7 comments:
और दाए बाएँ से फरसा हाथ में लिए माया और उमा बहने हो तो क्या कहने ! बहुत खूब !
Vah vah vah vah vah vah vah vah vah vah vah vah vah
A very deep sympathy with Mannu ji (P M )
Thanks Albela Ji
bilkul sahi kaha aapne....bechare manuji....
vaah vaah bahut sundar badhai
वाह!! बहुत बढ़िया।......
दो पाटन के बीच में.....
मन्नू जब दो लुगाईओं के बीच फंस गया है तो उसे लुगाईओं सहित पर्विआर कल्याण परामर्श केंद्र भिजवा दीजिए
vah vah tusi great ho dost
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