हे वीणापाणि, वाणी को सुरों का ज्ञान दे दो माँ !
कलम में बल,हृदय निर्मल,सहज सम्मान दे दो माँ !
दया का दान दे दो माँ ...यही वरदान दे दो माँ !
वतन के कर्णधारों को ज़रा ईमान दे दो माँ !
ज़रा ईमान दे दो माँ .....वतन खुशहाल हो जाए
समृद्धि की बहे धारा व मालामाल हो जाए
नई पीढ़ी के पीले चेहरे फिर से लाल हो जाए
ये भारतवर्ष जग में फिर बेमिसाल हो जाए
hindi hasyakavi sammelan in mangalore by MRPL
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शानदार, शानदार, शानदार …………………
शानदार और जानदार रहा मंगलूर रिफ़ाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड द्वारा
राजभाषा विभाग के तत्वाधान में डॉ बी आर पाल द्वारा आ...
10 years ago
10 comments:
वतन के कर्णधारों को ज़रा ईमान दे दो माँ !
Bahut badhiyaa !
सुंदर प्रार्थना है !!
प्रार्थना में बड़ा बल होता है...इसलिए उम्मीद पे दुनिया को काय्म रखिए
सुन्दर रचना व उतना ही सुन्दर प्रार्थना........
वर दे वीणावादिनी वर दे.........बहुत सुन्दर.
अति सुंदर.
रामराम.
बहुत सुंदर भावः, बड़े भाई |
बहुत सुंदर भावः, बड़े भाई |
हे सरस्वती पुत्र मेरे धर्मभाई ,अपने लिये मांगा तो ठीक देश के इन कर्णधारों के लिये मांग कर क्या करोगे ..ये तो भीख देने लायक भी नहीं हैं .. -शरद कोकास
"वतन के कर्णधारों को ज़रा ईमान दे दो माँ !"
ये पंक्तियाँ बहुत अच्छी लगीं...
सुन्दर रचना....बहुत बहुत बधाई....
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