लोकतन्त्र
में
मूर्ख लोग
आयकर
भरते हैं
और
मरते हैं
___________तथा कसाब और अफज़ल जैसे
___________समझदार लोग
___________उस पैसे से
___________ऐश
___________करते हैं
* सौजन्य : भारत भक्ति उदघोष
-----------बाबा सत्यनारायण मौर्य
hindi hasyakavi sammelan in mangalore by MRPL
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शानदार, शानदार, शानदार …………………
शानदार और जानदार रहा मंगलूर रिफ़ाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड द्वारा
राजभाषा विभाग के तत्वाधान में डॉ बी आर पाल द्वारा आ...
10 years ago
10 comments:
अल्बेला जी, हम भी आपकी इस जमात में शामिल हैं.:)
बात तो खरी है परन्तु सही है,।
बिल्कुल सही कहा..
"kavita' blogpe badhayee to dee..maut kee iltija ke kliye Ya rachnake liye?( !!!!???!!!!)
khair mazaq kar rahee thee..bura na mane!
हमारी गाढ़ी कमाई टैक्स वाली ये कसाब खा रहे हैं और बिना टैक्स के रिश्वर के रुप में सरकारी बाबू खा रहे है।
सत्य वचन महाराज |
बताओ भला ..कम्बख्त हम भी मूरख निकले....सरकार को कर की जगह अब धर ....अरे वही कान के नीचे धरने वाला धर ....देना चाहिये...
ग़लत एकदम ग़लत।
लोकतंत्र में लोग मूर्खतापूर्ण आयकर को भरकर सरकार को महामूर्ख बना देते हैं। नीचे खड़े, सॉरी अण्डरस्टुड। हा हा। बहुत बढ़िया अलबेला जी।
बिल्कुल सही कहा आपने ।
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