Dr. Sudha Om Dhingra has left a new comment on your post "हँसी के हसीन रंग ...हास्य कवि अलबेला खत्री के स...":
अलबेला जी,
बहुत -बहुत बधाई.
सफलता आप के कदम चूमें..
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यह टिप्पणी अभी-अभी मुझे मिली है........
लेकिन इसका इन्तेज़ार मुझे बरसों से था...........ऐसा लगता है
प्यारे साथियो !
आज मेरे लिए एक विशेष अवसर है उल्लास और हर्ष का.........
क्योंकि मुझे उस महिला ने बधाई सन्देश भेजा है
जिसका मैंने बहुत मन दुखाया है........
बहुत तकलीफ दी है किसी ज़माने में............
ये वो महिला है मित्रो !
जिसने मेरी भलाई के लिए ,
मेरे उत्थान के लिए
अनेक कठिनाइयों से लोहा लिया और
बहुत सा आर्थिक और मानसिक संत्रास झेला.........
लेकिन
दस साल पहले की वो सब बातें भुला कर
यदि मेरी सुधा दीदी आज भी मेरे लिए
मंगलकामना करती हैं तो मेरी आँखों में श्रद्धा
और आदर के सागर उमड़ आए हैं..........
ऐसी महान नारी
जो न मेरी सगी है, न सम्बन्धी है.......
बस अपने देश और देश वासियों से प्यार करती है
इस कारण मेरी तमाम गलतियां उन्होंने क्षमा करके
अपने विराट ह्रदय और बड़प्पन का परिचय दिया है.........
मित्रो !
सच कहता हूँ ....... इस महिला के पाँव धो कर भी पी लूँ
तो मुझे चरणामृत से भी अधिक पवित्र लगेगा...........
अधिक तो क्या कहूँ ...नत मस्तक हूँ.......और रहूँगा..........
दीदी,
आप जैसी भारतीय नारी पर मैं सदैव गर्व करता रहूँगा
और मेरा वचन है
आपको दिया हर वादा मैं अपना धर्म समझ कर निभाउंगा........
आपका कृतज्ञ
_-अलबेला खत्री
hindi hasyakavi sammelan in mangalore by MRPL
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शानदार, शानदार, शानदार …………………
शानदार और जानदार रहा मंगलूर रिफ़ाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड द्वारा
राजभाषा विभाग के तत्वाधान में डॉ बी आर पाल द्वारा आ...
10 years ago
12 comments:
सुबह का भुला शाम को भी घर आ जाये तो भुला नही कहलाता, अलबेला जी आप सच मै महान है, जो सब के सामने अपनी गलती मान रहे है, आप की दीदी ने जरुर आप को माफ़ कर दिया होगा
आपके भावना सागर मे मै भी गोते लगा ली ......आप दोनो का एक दुसरे के लिये अनुराग बना रहे........बेहद सुन्दर भाव!
waah albela ji mahila ke liye natmastak hone ke liye navratri se badhkar koi samay nahi ho sakta hai. naari shakti ko naman .
see my blog (for new comedey )
www.bebkoof.blogspot.com
बहुत सुंदर भावना
आपको और आपकी दीदी को प्रणाम |
ऐसा ही स्नेह बनाए रखे . बहुत बढ़िया
aapme sneh bana rahe, yahi kamna hai...
आपकी हृदय से निकली भावनाएँ पहुँच रही हैं.
देर आयद, दुरुस्त आयद...
आदरणीय समीर जी से सहमति...बात दिल से निकलती लग रही है
देर से आए...मगर आए तो सही
dil se nikali baat asar to rakhti hi hai ji !
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