प्यारे मित्रो !
स्नेहसिक्त स्मरण ।
अभी -अभी घर में दाखिल हुआ हूँ और गुड्डू की माँ चाय बना कर लाये,
इसके पहले ही कंप्यूटर खोल कर बैठ गया हूँ । लम्बे सफ़र की थकान भी है
और दूसरे पारिवारिक काम भी हैं लेकिन सब्र नहीं हुआ मुझसे....इतने दिन
कैसे गुज़ारे मैंने आपको पढ़े और टिपियाये बिना, मैं ही जानता हूँ ...
आज बहुत सी बातें करनी है । गोवा की, मुंबई की और काजूओं की ....
लेकिन सर्वोपरि है वह बात जिसने मेरे रोंगटे खड़े कर दिए ....
मित्रो !
खासकर पुरूष मित्रो !
खासम्खासकर सुराप्रेमी मित्रो !
_____मैं आपको डराना नहीं चाहता, लेकिन सच ज़रूर बताना चाहता
हूँ और सच इतना डरावना है कि आपको गोवा के नाम से भी डर लगेगा ।
तो मित्रो, बहुत ही जल्द मैं आपसे मिलता हूँ ये कहने के लिए कि
गोवा जाने वालो सावधान !
तुम्हारी वाट लग जायेगी.....
बस कुछ घण्टों का इन्तज़ार कर लीजिये.. नहीं तो गुड्डू की माँ भड़क
जायेगी और आलेख की जगह मेरा ही शिलालेख लिख कर गोवा के
किसी चौराहे पर टिका आएगी............
मिलते हैं ब्रेक के बाद............
hindi hasyakavi sammelan in mangalore by MRPL
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शानदार, शानदार, शानदार …………………
शानदार और जानदार रहा मंगलूर रिफ़ाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड द्वारा
राजभाषा विभाग के तत्वाधान में डॉ बी आर पाल द्वारा आ...
10 years ago
4 comments:
गोवा से सूरत तक
का
सूरते हाल लिखना मत भूलिएगा
हमें पता है
काजू लाना तो भूल गए होंगे
गुड्डू के पिताजी
नेट के वियोग में
पता नहीं किसके योग में।
अरे बाबा अभी तक चाय नही मिली क्या? हम बेठे है, कब आप का ब्रेक खत्म हो... ओर कब चटपटी गोवा की बाते पता चले , वेसे आप की हिम्मत है आते ही पी सी चला लिया, ओर भाभी चुप रही, हम होते तो अभी तक पीसी के संग सडक पर होते:)
ज़रूर विदेशीयों से स्वाइनफ़्लु खरीदकर ले आये होंगे। अगर भाभीजी जान लेंती तो घर में भी आने नहिं देती।
चलो छोडो! वैसे भी हमारे ब्लोगरभाइ जो ठ्हरे। छोड दो इन्हें।
गोवा जाने वालो सावधान !
तुम्हारी वाट लग जायेगीgood
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