मैंने राज भाटियाजी से पूछा - भाईजी,
अगर मैं एक के बाद एक लगातार सौ सिगरेट पी जाऊं
तो आप मुझे क्या इनाम दोगे ?
वे बोले - मुझे देने की क्या ज़रूरत है....
सिगरेट ख़ुद ही दे देगी..............हा हा हा हा हा हा हा हा
hindi hasyakavi sammelan in mangalore by MRPL
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शानदार, शानदार, शानदार …………………
शानदार और जानदार रहा मंगलूर रिफ़ाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड द्वारा
राजभाषा विभाग के तत्वाधान में डॉ बी आर पाल द्वारा आ...
10 years ago
7 comments:
अगर आपको भाटिया जी की बात का विस्वास नहीं है, तो हाथ कंगन को आरसी क्या, पढ़े लिखे को फारसी क्या |
अजमा के देख लीजिये!! हा...हा...हा..
:)
aji aapko koun nahi jaantaa.
aapne mere blog par apni nazar rakhi, mere liye yah khaas ho gai.
aapki rachnaye..sunana aour padhhna dono dil gudguda deti he...//dil gudgudana har kisi ke bas ki baat nahi, isliye vakai aapka hona..ishvariya krapa he.
हा हा हा हा ..
भाटिया जी ने कहा था कि फ़िर लेने लायक ही नही रहोगे.:)
रामराम.
deep thinking का अन्दाज निराला है
सिगरेट आप को पी जायेगी यही इनाम है
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