कालू उवाच : तर्ज़- बोई बोई बम ब ब बम बोई.........
रोई रोई
बीवी मेरी रोई
मैं कालू दीवाना
शैतान का नाना
है काम बस मेरा
आबादी बढ़ाना
मुझको मेरे इस काम से
रोको नहीं कोई .........रोई रोई ......................
लाबडी उवाच : तर्ज़- रुक रुक रुक अरे बाबा रुक
रुक रुक रुक अरे कालू रुक
मत दे पत्नी को इतना दुःख
क्यों दुःख पाऊं मैं तेरे लिए?
मैंने हैं तुझसे फेरे लिए
कुनबा अपना वल्लाह वल्लाह
बच्चे अपने दस दस दस .......बस बस बस !
बस बस बस बस बस बस बस बस बस हुआ ..........
अरे अब तो बस कर के पूरा सर्कस हुआ ................
कालू उवाच : तर्ज़- अपनी आज़ादी को हम हरगिज़
अपनी आबादी को हम हरगिज़ घटा सकते नहीं
सर कटा सकते हैं लेकिन नस कटा सकते नहीं
आज तक सरकार ने जो भी स्कीम चलाई है
अरबों रुपया फूंक कर भी काम कुछ न आई है
लाख तोहफ़े ले के आए बर्थ कंट्रोलर कोई
टिक नहीं सकता हमारी ढीठता के सामने
हम वो लीचड़ हैं जिसे डॉक्टर पटा सकते नहीं
अपनी आबादी को ..............................
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______________जन संख्या दिवस की शुभेच्छाएं _________________
hindi hasyakavi sammelan in mangalore by MRPL
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शानदार, शानदार, शानदार …………………
शानदार और जानदार रहा मंगलूर रिफ़ाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड द्वारा
राजभाषा विभाग के तत्वाधान में डॉ बी आर पाल द्वारा आ...
10 years ago
6 comments:
आबादी के तो हम है आदी
आखिर भला क्यो किये है शादी
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खूब
वाह,
कालू उवाच कितना बढ़िया रहा,,
थोड़े बहुत कालू और हो जाए
बस देखिएगा कितनी रफ़्तार से
हम जनसंख्या मे पूरे विश्व मे नंबर 1 हो जाएँगे.
अजी एक नारा भी लिख देते तो अच्छा था, हम दो हमारे दो दर्जन
बहुत पसंद आया, इसका तो आडियो या विडियो बने तो मजा आ जाये।
सही है:
जन संख्या दिवस की शुभेच्छाएं..
अपनी आबादी को हम हरगिज़ घटा सकते नहीं
सर कटा सकते हैं लेकिन नस कटा सकते नहीं
प्रभु धन्य हैं आप।
सादर
श्यामल सुमन
09955373288
www.manoramsuman.blogspot.com
shyamalsuman@gmail.com
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