कुछ भी कहो....
अपने कार्टूनिस्ट इरफ़ान भाई की सोच बहुत गहरी है ।
एक दिन मैंने देखा
इरफ़ान भाई 40 फीट गहरा गड्ढा खुदवा के उसमे बैठे थे।
मैंने पूछा - क्या कर रहे हो ?
वे बोले - डीप थिंकिंग .........हा हा हा हा हा हा
hindi hasyakavi sammelan in mangalore by MRPL
-
शानदार, शानदार, शानदार …………………
शानदार और जानदार रहा मंगलूर रिफ़ाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड द्वारा
राजभाषा विभाग के तत्वाधान में डॉ बी आर पाल द्वारा आ...
10 years ago
15 comments:
हा हा हा ये तो अच्छा तरीका है वर्ना डीप थिन्किन्ग कौन करने देता है कोई ना कोई आ टपकता है
kar to ham bhi le DEEP THINKING par sochte hain ki BAAHAR kaise aayenge?
waah kitani gahraai hai sochh main!!!
ऊपर से मिट्टी मत डाल देना :) :)
हा हा हा .... फिर इतनी गहरी सोच में से निकले कैसे .
यार थोडा ओर खुदवा लेते...:)
U also thought about it deeply..
ha ha ha ha
Haa.Haa....mazaa aa gayaa....... deep thinking....
पर ये तो बताईए इरफान भाई को गड्ढे मे धक्का किसने दिया था?
:)
सही है, अगर समुद्र बीच में बैठ कर सोचते तो 'वाइड थिंकिंग' हो जाती ना...
और हम वहां पर बैठ कर ये डीप टिपणी कर रहे हैं.:)
रामराम.
अच्छा है............
waah....
गड्ढे के मुहाने पर फावड़ा लेकर खड़े आदमी को तो भगा दिया था न !
Post a Comment