यों तो इस महफ़िल में मस्ती बेशुमार है
पर आ सकें तो आपका भी इन्तेज़ार है
जब से आया है तुम्हारा अक्स मेरी आँख में
गुलबदन है हर शहर औ हर गली गुलज़ार है
कौन कहता है चमन में अब अमन का दौर है
हमने तो देखा, यहाँ पर हर नज़र तलवार है
इस तरफ़ सैलाब-ए-खूँ है उस तरफ़ जू-ए-जुनूं
बच के जाएँ किस तरफ़ हर ओर मारा-मार है
जल रही है रात-दिन इन्सानियत की होलियाँ
फ़िर भी सुनते हैं कि अपने देश में सरकार है
hindi hasyakavi sammelan in mangalore by MRPL
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शानदार, शानदार, शानदार …………………
शानदार और जानदार रहा मंगलूर रिफ़ाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड द्वारा
राजभाषा विभाग के तत्वाधान में डॉ बी आर पाल द्वारा आ...
10 years ago
2 comments:
कौन कहता है चमन में अब अमन का दौर है
हमने तो देखा, यहाँ पर हर नज़र तलवार है
बहुत बढिया ....
जल रही है रात-दिन इन्सानियत की होलियाँ
फ़िर भी सुनते हैं कि अपने देश में सरकार है
अलबेला जी,
बहुत बढ़िया लिखा है आपने..
मारक भावः हैं...
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