जाने अनजाने किए जिन पे ज़ुलम
भूले से भी हो गए हैं जिन पे सितम
आओ उनके घाव पे लगादें मरहम
हाथ जोड़ विनीत हो, क्षमा माँगे हम
क्षमा माँगने में हमें काहे की शरम
क्षमा माँगने से नहीं छोटे होंगे हम
जिन वाणी है क्षमा वीरस्य भूषणं
तो क्षमा माँगे हम, क्षमा करें हम
मिच्छामी दुक्कड़म.......... मिच्छामी दुक्कड़म..........
मिच्छामी दुक्कड़म.......... मिच्छामी दुक्कड़म..........
hindi hasyakavi sammelan in mangalore by MRPL
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शानदार, शानदार, शानदार …………………
शानदार और जानदार रहा मंगलूर रिफ़ाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड द्वारा
राजभाषा विभाग के तत्वाधान में डॉ बी आर पाल द्वारा आ...
10 years ago
6 comments:
kamal ki rachana.........waah waah waah ........
मिच्छामी दुक्कड़म..........
हमें भी क्षमा करें.
क्षमा कर देना महाराज्।
मैँ उन सभी से क्षमा माँगता हूँ जिनका मैँ जाने-अनजाने दिल दुखाया है
पढ़ने की शुरुआत मे ऐसा लगा कि आप विघ्नहर्ता की स्तुति कर रहे हैं लेकिन यह तो विघ्नकर्ता की स्तुति है . हा हा हा...
if have ever hurt u, made u angry or caused any harm to u, knowingly or unknowingly, i humbly seek ur forgiveness...
"MiChMi-DuKaDaM"
“Khamemi Savve Jiva,
Savve Jiva Khamantu Mi
Mitti Me Savva bhuesu,
Veram majjham na Kenai”
Mahaveer semlani & family
खमत खामणा का महत्व
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