एक गोरी साँवरी सी मेरे गीतों की फै़न हो गई
एक छोरी बावरी सी मेरे गीतों की फै़न हो गई
पनघट जाती-जाती गाये
जल भर लाती-लाती गाये
आती गाये, जाती गाये
सखियों से बतियाती जाये
पल में सौ बल खाती जाये
गीत वो मेरे गाती जाये
कितनी बेचैन हो गई, कितनी बेचैन हो गई ... रे मेरे गीतों की ....
उसकी छैल छबीली आँखें
चन्चल आँखें , कटीली आँखें
बिजली सी चमकीली आँखें
मोटी-मोटी मछीली आँखें
नीली और नशीली आँखें
आबे-हया से गीली आँखें
तीर्थ उज्जैन हो गईं, तीर्थ उज्जैन हो गईं ... रे मेरे गीतों की ...
जब जब मेरी याद सताये
उसकी मोहब्बत अश्क़ बहाये
तन घबराये, मन घबराये
उसका अखिल यौवन घबराये
जग-जग सारी रैन बिताये
पल दो पल भी नींद न आये
रातें क़ुनैन हो गईं, उसकी रातें क़ुनैन हो गईं .. रे मेरे गीतों की ...
hindi hasyakavi sammelan in mangalore by MRPL
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शानदार, शानदार, शानदार …………………
शानदार और जानदार रहा मंगलूर रिफ़ाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड द्वारा
राजभाषा विभाग के तत्वाधान में डॉ बी आर पाल द्वारा आ...
10 years ago
3 comments:
जब जब मेरी याद सताये
उसकी मोहब्बत अश्क़ बहाये
तन घबराये, मन घबराये
उसका अखिल यौवन घबराये
जग-जग सारी रैन बिताये
पल दो पल भी नींद न आये
vah-vah lajvab rchna
waah kya geet likhi hai aapane ........pyar ki fuhar hai aapaki yah geet .......ek khubsoorat rachana .........badhaee
लाजवाब
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