कविवर राकेश खंडेलवालजी पिछले दिनों कनाडा में थे । वहां अपने उड़नतश्तरी वाले
समीरलालजी ने उनकी खूब आवभगत की और घर में भोजन वगैरह भी बढ़िया से कराया ।
भोजन करते-करते समीरजी ने अपनी श्रीमतीजी से कहा - प्रिये......घर में गुरु जी आए हैं ..ज़रा इन्हें
वो तो दिखाओ एतिहासिक अचार ।
भाभीजी तुरन्त एक कांच की बरनी लेकर आई - देखो भाई साहेब ....25 साल पुराना निम्बू का
अचार ।
राकेशजी बोले - ये क्या...सिर्फ़ दिखाओगे ही दिखाओगे ...चखाओगे नहीं ?
भाभीजी बोली - क्या बात करते हैं आप ! अगर चखाते ही रहते तो क्या ये इतना पुराना होता.....हा
हा हा हा हा हा हा हा हा
hindi hasyakavi sammelan in mangalore by MRPL
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शानदार, शानदार, शानदार …………………
शानदार और जानदार रहा मंगलूर रिफ़ाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड द्वारा
राजभाषा विभाग के तत्वाधान में डॉ बी आर पाल द्वारा आ...
10 years ago
12 comments:
HA!!!HA!!!HA!!!
sahi hai
लीजिये इसमें क्या हैरानी की बात है अलबेला भाई...वे उड़नतश्तरी हैं..यानि एलियन ..तो उनके यहाँ तो अचार..चटनी..मुरब्बा..पता नहीं कितने कितने साल पुराना होगा...
हा हा!! आप भी आओ..आपको भी दिखायेंगे. सादर निमंत्रण!!
मैं पचास साल पुराना देख चुका हूँ।
जी हाँ और साथ में एक अदद तस्वीर भी टिका दी ताकि सनद रहे और वक्ते जरूरत काम आये
जिनका खुद अचार बनता हो, वे अचार को क्या खायेंगे
और शब्द जो होते हैं वे किसी गीत को क्या गायेंगे
आप बनायें चटनी पापड़ तो हम वहां आयें बन मेहमाँ
निश्चित है यदि आप गायें तो छह दर्ज़न रचना लायेंगे
वाह !!
यह मजाक नही, विदेशो मै रहने वालो के पास सच मै यह चीजे आप को मिल जायेगी, अचार, गुड,भारत की बीडियां,दिपावली के मिट्टी के दिये.... ओर भी बहुत सी यादे.. यानि जो चीजे भारत मै कम महत्व की है वो ही यहां जान से ज्यादा प्यारी लगती है,
आप के चुटकले ने आज फ़िर घर की याद दिला दी,बहुत भावूक कर दिया.
धन्यवाद
भाई वैसे कहते हैं कि नींबू का आचार जितना पुराना होता है उसकी गुणवता कई रोगो के लिये काम मे आती है. तो वो दवाई जैसे ही काम मे लेने की चीज है.:)
रामराम.
:) चटपटा
अच्छा था.
बहुत बढिया!!
mere ghar me bhi ek aachaar hai kareeb 45 saal purana ....sach hai bilkul
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