प्रख्यात, विख्यात और कुख्यात कार्टूनिस्ट अनुराग चतुर्वेदी ने
राग में अथवा अनुराग में आकर
मेरे दो कार्टून बना कर भेजे हैं ।
मैं इनका हृदय से स्वागत करता हूँ ..............
आप भी देखिये मेरा थोबड़ा कित्ता सुन्दर है ...... हा हा हा हा हा हा हा हा
कार्टून ऐसा चाहिए , जो अनुराग बनाय
दर्शक तुरन्त प्रभाव से, लोट पोट हो जाय
-अलबेला खत्री
11 comments:
वाह अद्वितीय ! सुन्दर!! दरअसल अनुरागजी, कोशिश तो कार्टून बनाने की ही कर रहे थे!! पर आप कार्टून की छवि मैं समाविस्ट ही नहीं हो रहे थे इसलिए आपकी फोटो ही बना दी !! लगता है किसी मंजे हुए फोटो ग्राफर ने क्लोज अप लिए हों! हा हा हा
वैसे सिगरेट की जगह हाथ में कलम होती और लिखा हो़ता ^हर फिक्र को कलम से मारता गया* तो कैसा रहता. यह सिगरेट के धुएँ में उडाने वाली बात ठीक है पर पुराना फैशन लगती है. फिर भी अनुराग जी का प्रयास सराहनीय है.
दीपक भारतदीप
बहुत सुंदर !!
isme to aap ...big b jaise lag rahe hain....
बहुत लाजवाब जी.
रामराम.
वैसे एक बात है.. दोनों में हेयर स्टाईल बदल दी है अनुराग ने..
आपको वाकई खुबसुरत बना दिया..:)
फोटो से ज्यादा सुन्दर बना डाला, भई!! अब तो यही असली लग रहा है और फोटो कार्टून!! हा हा!!
बहुत सुदर जी, मजा आ गया,अनुराग चतुर्वेदी जी का धन्यवाद, आप का भी धन्यवाद
Waah!
yah to bahut hi badiya cartoon banaya hai..
aur aap ne ant mein do line bhi bahut sundar likhi hain.
कार्टून मस्त है सर, लेकिन अगर वो सिगरेट वाला कार्टून पिछली सरकार के टाइम में बनाया होता तो पक्का अंबुमणि रामदौस को उस कार्टून से दिक्कत होती।
who said " It's cartoon". Kuch jana pehchana chehra hain
Post a Comment