पत्नी
गुस्से में नज़र आये
तो समझना धरती फटने वाली है
और पत्नी
मुस्कुराती हुई दिखे
तो समझना जेब कटने वाली है
________अर्थात तकलीफ़ दोनों तरफ़ है ....हा हा हा हा हा हा
नोट :
मैं इस तुकबन्दी पर नहीं हँस रहा हूँ ...
मैं तो ये देख के हँस रहा हूँ कि ये दो कौड़ी की तुकबन्दी
मैंने इस ब्लॉग पर पोस्ट कैसे कर दी .........हा हा हा हा हा हा
hindi hasyakavi sammelan in mangalore by MRPL
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शानदार, शानदार, शानदार …………………
शानदार और जानदार रहा मंगलूर रिफ़ाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड द्वारा
राजभाषा विभाग के तत्वाधान में डॉ बी आर पाल द्वारा आ...
10 years ago
13 comments:
हंसे या रोये रहना दो पाटन के बीच ही पडे़गा. हा – हा
हा हा हा हा ... लीजिए आपका साथ दे दिया !
जै हो आप की। यहाँ तो जेब साफ करने के बाद मुस्कुराहट आरंभ होती है।
सही है..हमारी तो अभी अभी जेब कटी है.
बहुत देर से समझे खत्री जी।
चलो ठीक है,
देर आयद, दुरुस्त आयद।
ha..ha ..ha .main to abhi tak bacha hua hun in sab chijon se kyonki meri kismat se abhi tak shadi hi nahi hui hai...
:):):):):):):):)ham bhi aapka sath de rahe hai.............
apni jeb sahi salamat.. ;)
bhai kahin safar me na kate isliye pahle hi saaf ho jaye ghar ka dhan ghar me!!
आपको सब मुआफ
जेब हुआ साफ
या गड्ढा हो गया
अथवा आ गया
भूकम्प
जिससे पड़ गई दरारें
।
पर यही तो सच्चाई है
दो कोड़ी की? हमें नहीं पता.. पर मजा आया..
जब धरती फटने वाली हो या जब काटने वाली हो, इंसान का दीमाग काम करना छोड़ देता है , शायद आप भी ऐसी ही परिस्थिति से गुज़र रहे हों इस वक़्त
अरे नहीं, मैं मज़ाक कर रही हूँ, बढ़िया है ..
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