Albelakhatri.com

Hindi Hasya kavi Albela Khatri's blog

ताज़ा टिप्पणियां

Albela Khatri

तां फेर हिन्दू किंवें होन्दा..............?

जिकर आफ़ाक़ न हुन्दा, तां धरती दा बिन्दू किंवें होन्दा ?

जिकर होन्दा न अक्खां विच पाणी, तां फेर सिन्धु किंवें होन्दा ?

हिन्दू अते सिक्ख विच फ़र्क करण वालयो , तवारीख कैन्दी

जिकर सिक्ख न होन्दा, तां फेर हिन्दू हिन्दू किंवें होन्दा ?

4 comments:

बसंत आर्य June 10, 2009 at 9:53 PM  

अच्छा मुक्तक है ब्रदर

परमजीत सिहँ बाली June 10, 2009 at 10:02 PM  

बहुत बढिया!!!

नपुंसक भारतीय June 10, 2009 at 11:47 PM  

जिकर सिक्ख न होन्दा, तां फेर हिन्दू हिन्दू किंवें होन्दा ?...

Very very good!
Great work.

sada June 11, 2009 at 12:20 PM  

जिकर होन्दा न अक्खां विच पाणी, तां फेर सिन्धु किंवें होन्दा ?

बहुत ही अच्‍छा लिखा है आपने

Post a Comment

My Blog List

myfreecopyright.com registered & protected
CG Blog
www.hamarivani.com
Blog Widget by LinkWithin

Emil Subscription

Enter your email address:

Delivered by FeedBurner

Followers

विजेट आपके ब्लॉग पर

Blog Archive