फ़िल्म वाले भी कभी- कभी कितने अच्छे कार्य करते हैं । एक फ़िल्म आई थी 'नि:शब्द' .....बड़ी अच्छी फ़िल्म थी । मैं पहले दिन गया तो टिकट नहीं मिली, दूसरे दिन गया तो फ़िल्म ही नहीं मिली .....बड़ी अच्छी फ़िल्म थी।
इस फ़िल्म के दम पे अमिताभ बच्चन ने एक हज़ार लोगों की जान बचाई ।
हुआ यों कि जिस थियेटर में ये फ़िल्म चल रही थी उसकी छत गिर गई।
अन्दर कोई था ही नहीं
इसलिए मरा ही नहीं __________हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा
hindi hasyakavi sammelan in mangalore by MRPL
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शानदार, शानदार, शानदार …………………
शानदार और जानदार रहा मंगलूर रिफ़ाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड द्वारा
राजभाषा विभाग के तत्वाधान में डॉ बी आर पाल द्वारा आ...
10 years ago
13 comments:
वाह..ईश्वर कितना नेक है?:)
रामराम.
ye to TOO MUCH HO GAYAA (amitabha bachchan ke shabdon men)
wah g wah
व्यंग अच्छा है.
वाह!!!
is vyngy dhar
tez se bhee tez hai
Albela Khatri With
Rakhi Sawant.?
Bhabhi sahb ko pata hai ki nai
भाई यह बाप बेटा गरीब जनता का बहुत ध्यान रखते है, मै इन दोनो का दिल से आभार करता हुं, काश ऎसी ही फ़िल्मे बनाते रहे, ओर जनता बचती रहे.......
धन्यवाद
राज जी सही कह रहे हैं ऐसी फिल्मे ही बननी चाहिए;))
व्यंग अच्छा है.
raj bhatiya jee se sehmat....
jabardast likha aapne
main swaym nishabd ho gayi
सीमित शब्दों में बढिया व्यंग्य
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