पूछते हैं आप तो
बताऊंगा ज़रूर बन्धु
आज़ादी के बाद जो है हाल मेरे देश में
वोटरों के पेट पीछे
पिचके चले हैं और
लीडरों के फूले- फले गाल मेरे देश में
नीला नीला गगन भी
लगता सियाह आज
धरा हुई शोणित से लाल मेरे देश में
गद्दारों की भीड़ बढती
ही चली जा रही है
खुद्दारों का पड़ा है अकाल मेरे देश में
hindi hasyakavi sammelan in mangalore by MRPL
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शानदार, शानदार, शानदार …………………
शानदार और जानदार रहा मंगलूर रिफ़ाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड द्वारा
राजभाषा विभाग के तत्वाधान में डॉ बी आर पाल द्वारा आ...
10 years ago
7 comments:
waah kya khoob likha hai
सबसे पहले अलबेला जी आपका बहुत-बहुत शुक्रिया की आप मेरे ब्लॉग पे आयें और इतना बढिया कमेन्ट किया..आपने चाँद शब्दों में बहुत ही खूबसूरती से अपने देस का हाल बता दिया बधाई!!!!!!!!!
बावज़ूद इसके आप जैसे अच्छे लोगों,
की कमी नही है मेरे देश में।
सुन्दर्।
बहुत सही कहा आपने.
रामराम.
प्रिय बन्धु,
जय हिंद
एहसास काफी सुन्दर है
खुद्दारों की इस देश को वाकई जरूरत है
aapki ye rachna padhkar shayad kuchh logo ki nind khul paye
क्या दस्तूर है देश का ..
सेवक समाज का मालामाल,
समाज है कंगाल मेरे देश में...
जो दे रहा है रोटी किसान आज,
उसकी रोटी की किसे है चिंता.
वो आज है बेहाल-बदहाल , मेरे देश में...
कोई बाल श्रम में,
कोई बस्तों के बोझ में...
दबा हुआ हर नौनिहाल मेरे देश में..
इतने मिले, भ्रष्ट. पापी, नेता,
नहीं चढा पर कोई फांसी ..
होता है न कमाल मेरे देश में..
अलबेला जी आपने दुकती रग पर हाथ रख दिया..
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