जून की गर्मी , बरखा न आई
तू ही बरस जा बलम हरजाई
ननद निगौड़ी बाज़ न आए
दरवज्जे पर कान लगाए
सरका दे खटिया,
बिछाले चटाई ...............बाहों में भर ले ...........
तू मेरा राजा, मैं तेरी रानी
अब काहे की आना-कानी
काहे का डर
मैं हूँ तेरी लुगाई .............बाहों में भर ले ..........
मेरे दिल का दरद न जाने
मैं जो कहूँ तो बात न माने
बाबुल ने ढूँढा है
कैसा जमाई ..................बाहों में भर ले ............
तेरे ही नाम की बिन्दिया-काजल
झुमका ,कंगना,बिछुआ,पायल
तेरे ही नाम की
मेंहदी रचाई .................बाहों में भर ले ..............
अपना हो के यूँ न सज़ा दे
प्यासी हूँ मैं मेरी प्यास बुझा दे
मर जाऊंगी वरना
राम दुहाई .....................बाहों में भर ले.................
तू ही बरस जा बलम हरजाई
ननद निगौड़ी बाज़ न आए
दरवज्जे पर कान लगाए
सरका दे खटिया,
बिछाले चटाई ...............बाहों में भर ले ...........
तू मेरा राजा, मैं तेरी रानी
अब काहे की आना-कानी
काहे का डर
मैं हूँ तेरी लुगाई .............बाहों में भर ले ..........
मेरे दिल का दरद न जाने
मैं जो कहूँ तो बात न माने
बाबुल ने ढूँढा है
कैसा जमाई ..................बाहों में भर ले ............
तेरे ही नाम की बिन्दिया-काजल
झुमका ,कंगना,बिछुआ,पायल
तेरे ही नाम की
मेंहदी रचाई .................बाहों में भर ले ..............
अपना हो के यूँ न सज़ा दे
प्यासी हूँ मैं मेरी प्यास बुझा दे
मर जाऊंगी वरना
राम दुहाई .....................बाहों में भर ले.................
8 comments:
senser ki kainchi na chal jaye albela ji..
bahut sunder...
वाह वाह बहुत सुन्दर
waah bahut achcha maza aa gaya
bahut hi sunadar geet hai ..............aapaki rachanaao ka jabaw nahi
जून की गर्मी , बरखा न आई
चल दुर हट जा बाल्म करजाई
बच्चे बडे हो गये है.
फ़िर भी शर्म ना आये हरजाई
बाबुल ने ढूँढा है
कैसा जमाई ..................बेशर्म जमाई ........
चल दुर हट जा बालम करजाई
अलबेला साहब आप ने कविता तो बहुत सुंदर लिखी लेकिन हमे तो कुछ इस रुप मै सुनने को मिलती है यह कविता
धन्यवाद
garmee pe jab log is kadar kavitaaye likh rahe hai to lagta hai ab garmee ka bhi lutf uthaana mumkin ban chukaa hai...ek kavi har baat ka mazaa le saktaa hai :)
भई जून की गर्मी मैं बाहें फैला कर गले लगाना रास आया !! लोहे को लोहा काटता है !!
ये रंग और गरमी के संग..बहुत खूब!!
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